जिस आचार्य बालकृष्ण को सीबीआई का बड़ा नेटवर्क 25 जुलाई से 29 जुलाई तक तलाश नहीं कर सका था वे आचार्य सोशल नेटवर्क पर इस दौरान पूरी तरह ऑनलाइन रहते थे. अपने बारे में पल-पल की जानकारी लेने के साथ-साथ अपने फॉलोअर्स को मेडिकल टिप्स देना भी अज्ञात वास के दौरान वे नहीं भूले थे. जैसे ही वे पतंजलि योगपीठ के यज्ञशाला में प्रकट हुए उसके बाद अपनी नई तस्वीरें भी अपलोड कर दी और पूरी दुनिया को बता दिया कि वे हरिद्वार में ही हैं कहीं नहीं गए हैं.

cbi खोजती रही आचार्य बालकृष्ण को और...आचार्य थे online

फेसबुकिया आचार्य

आचार्य बालकृष्ण की पढ़ाई-लिखाई सहित तमाम डिग्रियों को भले ही सीबीआई ने कठघरे में खड़ा कर दिया हो, लेकिन यह भी चौंकाने वाली बात है कि आचार्य खुद को काफी हाईटेक रखते हैं. सीबीआई के अधिकारी भी हैरान हैं कि आचार्य इस दौरान नेटवर्किंग साइट्स पर ऑनलाइन रहते थे.

हर दिन देते हैं tips

पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज के नाम से बालकृष्ण का फेसबुक अकाउंट मौजूद है. 1203 फॉलोअर्स के साथ वे यहां मौजूद हैं. काफी पहले से आचार्य अपने इस फेसबुक अकाउंट पर हैं. इस अकाउंट पर वे अपने फॉलोअर्स को प्रतिदिन एक औषधि ज्ञान देते हैं. वे बताते हैं कि किस औषधि का क्या फायदा हो सकता है. जिन दिनों वे लापता थे इस दौरान भी उन्होंने अपना डेली रूटीन चेंज नहीं किया. औषधि ज्ञान के साथ-साथ वे गवर्नमेंट और सीबीआई जांच के खिलाफ भी खूब आग उगलते रहे.

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Exclusive photos हैं upload

आचार्य का अपनी फोटो और वीडियो से भी खास प्रेम फेसबुक पर दिखता है. दिल्ली में बाबा रामदेव की प्रेस कांफ्रेंस हो या हरिद्वार में मीडिया से मुलाकात. अपने अज्ञातवास के दौरान सभी का वीडियो उन्होंने फेसबुक पर अपडेट कर रखा है. 29 जुलाई को जब वे पतंजलि योगपीठ में प्रकट हुए और यज्ञ में भाग लिया उसके भी करीब 24 एक्सक्लूसिव फोटो उन्होंने अपलोड कर रखे हैं.

संविधान को भी नहीं बख्शा

आचार्य बालकृष्ण ने अपने फेसबुक अकाउंट पर जहां एक तरफ कांग्रेस सरकार की खिंचाई की, वहीं जाने अनजाने में एक और जुर्म कर बैठे. उन्होंने फ्रीडम ऑफ स्पीच राइट का फायदा उठाते हुए भारतीय संविधान पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. 27 जुलाई को अपने वॉल पर जो उन्होंने पोस्ट किया वह काफी आपत्तिजनक है. उन्होंने भारतीय संविधान के बारे में लिखा है कि जितने भी कानून हैं वे अंग्रेजों के जमाने के ही हैं. ये कानून बेतुके और असामयिक हैं. काफी लंबे इस पोस्ट में उन्होंने भारतीय संविधान के कई एक्ट का जमकर मजाक उड़ाया है.

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CBI है हैरान

आचार्य बालकृष्ण के इस फेसबुकिया प्रेम से सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी भी हैरान हैं. आई-नेक्स्ट से बातचीत में सीबीआई के एसपी निलाभ किशोर ने हैरानी जताई. उन्होंने कहा कि अभी तक सीबीआई की जांच के दायरे में आचार्य बालकृष्ण की सोशल नेटवर्किंग साइट्स नहीं थी. हालांकि जरूरत पड़ी तो इसे भी जांच के दायरे में लाया जा सकता है.

अज्ञातवास के दौरान आचार्य

जुलाई 25 : सुबह 10 बजकर चार मिनट पर स्टेटस अपडेट किया. फॉलोअर्स को टिप्स दिए.

सुबह दस बजकर 57 मिनट पर चार जून को रामलीला मैदान में हुई घटना की करीब 25 तस्वीरों को पोस्ट किया और पुलिस बर्बरता की कहानी बयां की.

जुलाई 26 : सुबह नौ बजकर 25 मिनट पर वॉल पोस्ट किया. औषधि टिप्स दिए और 25 जुलाई को नई दिल्ली में बाबा रामदेव के प्रेस कांफ्रेंस से जुड़ी वीडियो अपलोड की.

जुलाई 27 : सुबह 11 बजकर 37 मिनट पर अपने फेसबुक वॉल पर भारतीय कानून की धज्जियां उड़ाई. इसमें बताया कि कैसे आजादी के 64 साल बाद भी हम पुराने कानून को ढ़ो रहे हैं.

जुलाई 28 : सुबह नौ बजकर 28 मिनट पर औषधि ज्ञान दिया.

जुलाई 29 : दो बजे बाबा रामदेव के  कांफ्रेंस का वीडियो अपलोड किया.

जुलाई 30 : सुबह दस बजकर 58 मिनट पर टिप्स दिया और 11 बजकर 49 मिनट और 56 मिनट पर कई फोटो अपलोड किए. इसमें वे चंद एक्सक्लूविस तस्वीरें भी थीं जिसमें वे यज्ञशाला में 29 जुलाई को यज्ञ करते दिखे थे.

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