- ऑनलाइन सेंटर बनाने के लिए निर्धारित समय में 421 कॉलेजों ने नहीं अपलोड किया था डाटा

LUCKNOW :

साल 2018 यूपी बोर्ड एग्जाम के लिए इस बार ऑनलाइन सेंटर निर्धारण की तैयारी की गई है। इसके लिए सभी स्कूलों से उनके यहां मौजूद संसाधनों एवं दूरी आदि का ऑनलाइन विवरण अपलोड कराए जाने की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। अब स्कूलों की ओर से अपलोड किए सभी विवरण का स्थलीय वेरीफिकेशन किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी जिला विद्यालय निरीक्षक की होगी।

निदेशक ने दिया निर्देश

माध्यमिक शिक्षा निदेशक अमरनाथ वर्मा ने निर्देश जारी कर जिला विद्यालय निरीक्षक को 20 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट परिषद की वेबसाइट एवं ऑफिस को उपलब्ध करने को कहा है। ज्ञात हो कि पहले इस काम के लिए लास्ट डेट 25 जुलाई डिसाइड की गई थी। जिसके बाद भी करीब 421 कॉलेजों ने लास्ट डेट तक ऑनलाइन डाटा अपलोड नहीं किया था। जिसके बाद बोर्ड ने एक बार फिर से ऑनलाइन डाटा भेजने की डेट को आगे बढ़ा दिया है।

इसलिए नहीं कर रहे अपलोड

दरअसल, राजधानी में तमाम स्कूल ऐसे हैं जो एग्जाम सेंटर्स बनने के मानक पूरे नहीं करते। इनमें न तो स्टूडेंट्स के बैठने के लिए पर्याप्त फर्नीचर और कमरे हैं और ना ही रोशनी व अन्य सुविधाएं। फिर भी जुगाड़ से हर साल बहुत से ऐसे स्कूल सेंटर बना दिए जाते हैं। इस बार बोर्ड ने 2018 के बोर्ड एग्जाम के लिए ऑनलाइन सेंटर निर्धारण की तैयारी की है। जिसके लिए सभी स्कूल से उनके यहां मौजूद आधारभूत सुविधाएं एवं दूरी आदि का विवरण ऑनलाइन मांगा गया है। अब अपलोड की गई सभी स्कूलों की आधारभूत सूचनाओं, सड़क मार्ग से दूरी एवं संसाधन आदि का भौतिक वेरीफिकेशन कराया जाएगा।

बनाई जाएंगी टीमें

स्कूलों के स्थलीय निरीक्षण के लिए टीमें गठित की जाएंगी। जिसकी निगरानी डीआईओएस डॉ। मुकेश कुमार सिंह करेंगे। बोर्ड की ओर से निर्देश मिल गए हैं। जल्द ही टीमें बनाई जाएंगी। यदि ऑनलाइन भरी गई सूचना मौके पर सही नहीं मिली तो इसकी रिपोर्ट बोर्ड को भेजी जाएगी।