-सात डीएसएलआर कैमरों के साथ दो दोस्तों को पुलिस ने दबोचा

-शौक पूरे करने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग साइट को बनाया जरिया

बरेली:

मंहगे शौक पूरे करने के लिए किला के मोहल्ला मलूकपूर निवासी दो दोस्त शातिर ठग बन गए. दोनों ने ऑनलाइन शॉपिंग साइट से कैमरा किराए पर लेकर उसे ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर ही बेच दिया करते थे. यह जानकारी एक प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी मुनिराज जी ने संडे को दी. उन्होंने बताया कि ठगी करने वाले मुखबिर की सूचना पर संडे को शील चौराहा के पास से गिरफ्तार कर लिया है.

एक लाख का कैमरा, 20 हजार में

पुलिस गिरफ्त में आए किला क्षेत्र के रहने वाले मो. वसी निवासी जसौली और रूमान बेग मिर्जा निवासी मलूकपुर ने बताया कि वह ऑनलाइन शॉपिंग साइट ओएलएक्स से किराए पर कैमरा लेते थे. इसके लिए जमानत के तौर पर फर्जी आधार कार्ड कैमरा किराए पर देने वाले के पास जमा कर देते थे. कैमरा लेने के बाद वापस नहीं करते बल्कि एक लाख रुपए की कीमत का कैमरा 20 हजार से 30 हजार रुपए में इसी शॉपिंग साइट पर बेच देते थे. पुलिस गिरफ्त में आए रुमान बेग ने बताया कि वह 12वीं पास है और मो. वसी 9वीं पास है. ठगी का मास्टर माइंड मो. वसी है. पुलिस को दोनों के पास से सात डीएसएलआर कैमरे, चिप, चार्जर और कैमरा बैग बरामद हुए हैं. आरोपियों ने बताया कि यह कैमरे उन्होंने मुरादाबाद, दिल्ली और हल्द्वानी से किराए पर लिए थे. पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेज दिया है.

तीन वर्ष से कर रहे थे काम

दोनों आरोपियों ने बताया कि दोनों एक ही मोहल्ले में रहते हैं. इसीलिए दोनों की दोस्ती हो गई. महंगे शौक पूरे करने के लिए अपने घरों में चोरी करने लगे. मो. वसी ने अपने घर में ही 40 हजार रुपए की चोरी कर डाली, लेकिन पकड़ लिया गया. इसके बाद दोनों ने ऑनलाइन शॉपिंग साइट पर ठगी का खेल शुरू कर दिया.