कैमरों की नजर में बरेलियंस

बरेलियंस को 2014 में और सिक्योर फील कराने के लिए कैमरों का जाल बिछाया जा रहा है। सिटी में 40 स्पॉट पर कुल 64 सीसीटीवी कैमरे लगने हैं। जिस रफ्तार से वर्क चल रहा है, उससे उम्मीद है कि जनवरी तक 20 कैमरे लगने से अधिकांश एरिया इनकी जद में आ जाएगा। खास बात यह कि कैमरों में कैद होने वाली हर हलचल की मॉनिटरिंग सिटी कंट्रोल रूम केबिल नेटवर्क के माध्यम से करेगा। ये कैमरे सिटी के चौराहों व भीड़-भाड़ वाले एरिया में लगाए जा रहे हैं। इनसे क्रिमिनल्स को पकडऩे के साथ-साथ लॉ एंड आर्डर मैनटेन करने में भी हेल्प मिलेगी.

एक क्लिक पर एफआईआर

बीते दो वर्षों से चल रही मेहनत का फल नए साल में मिलने की उम्मीद जग चुकी है। असल में दिल्ली-मुंबई की तरह बरेली पुलिस भी सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट के तहत हाईटेक होने को है। मार्च, 2014 में बरेलियंस बस एक क्लिकसे अपनी अप्लीकेशन व एफआईआर ऑनलाइन रजिस्टर्ड करा सकेंगे। यही नहीं पुलिस के सभी रिकॉर्ड पर एक क्लिक की दूरी पर होंगे। अपराधियों को पूरी कुंडली कुछ पलों में सामने होगी। दूसरी ओर, अपनी कंप्लेन के लिए बरेलियंस को दारोगाजी से विनती नहीं करनी पड़ेगी.

कंट्रोल रूम नहीं कॉल सेंटर

अगर सब कुछ पटरी पर ही रहा तो कंट्रोल रूम का 100 नंबर अब सच में पŽिलक के लिए हेल्पफुल साबित होने वाला है। अक्सर 100 नंबर बिजी होने या कॉल रिसीव न होने की प्रॉŽलम दूर हो जाएगी। उनकी पहली कॉल पर ही पुलिस मौके पर पहुंच जाएगी। दरअसल, सिटी पुलिस कंट्रोल रूम अब कॉल सेंटर की तर्ज पर तैयार हो रहा है। उम्मीद है कि साल के फस्र्ट या सेकेंड मंथ में ये काम कंप्लीट हो जाएगा। लेडी पुलिस कांस्टेबल हेडफोन लगाकर पŽिलक की कॉल सुनेंगी। इसके साथ 32 लाइन वर्क करेंगी, जिससे कंट्रोल रूम का नंबर पूरी तरह से फ्री होगा।

ट्रैफिक सिग्नल को ग्रीन सिग्नल

नया साल बरेलियंस की ट्रैफिक प्राŽलम को कुछ हद तक दूर कर सकता है। साल २0१३ में पुलिस अधिकारियों ने चौराहों पर ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए रस्सा सिस्टम भी चलाया था, लेकिन इसका खास असर नहीं दिखा.  ऐसे में बेतरतीब दौड़ते वाहनों को सिग्नल सिस्टम से कंट्रोल करने की पूरी तैयारी है। इसके लिए सिटी में खराब पड़े ट्रैफिक सिग्नल कीे ठीक करने के साथ नए ट्रैफिक सिग्नल भी लगाए जाएंगे। यही नहीं ट्रैफिक कंट्रोल के अन्य इक्विपमेंट भी प्रोवाइड होने वाले हैं।

खाकी रहेगी मोबाइल

अभी तक बरेली पुलिस के पास रक्षक, मोबाइल, कोबरा, चीता व बज्र की सुविधा है। इनमें चीता के अलावा सभी एक ही प्लेस पर  डयूटी करते हैं। नए साल में कई अन्य व्हीकल े मिलने वाले हैं। ये व्हीकल सिटी में हमेशा मोबाइल रहेंगे और दिल्ली व मुंबई की तरह किसी भी कॉल पर मौके पर पहुंचकर पŽिलक को हेल्प पहुंचाएंगे। इसके अलावा पुलिस को हाईटेक असलहा भी मिलने की उम्मीद है। पिछले महीने दो -तीन गन ट्रेनिंग के लिए आयी थीं। फ्यूचर में अधिक संख्या में ये गन पुलिस को प्रोवाइड करायी जाएंगी, जो क्रिमिनल्स से मुकाबले में बेहद कारगर होंगंी।

न्यू ईयर में सबसे पहले सिटी को 40 प्वाइंट पर 64 सीसीटीवी कैमरों की जद में लिया जाएगा। इसके अलावा मोबाइल व्हीकल की भी संख्या बढ़ाई जाएगी। ईमानदारी से पŽिलक की हर संभव हेल्प की जाएगी।
-राजीव मल्होत्रा,
एसपी सिटी बरेली


आने वाले साल में बरेलियंस एक क्लिक पर ऑनलाइन एफआईआर रजिस्टर करा सकेंगे। पुलिस भी हाईटेक हो जाएगी। ट्रैफिक सिग्नल भी लगाए जाएंगे और पुलिसकर्मियों को न्यू असलहे भी दिए जाएंगे।
-आकाश कुलहरि,
एसएसपी बरेली