भौतिक सत्यापन के बाद डिजीटल लॉक होंगे लाभार्थी के हस्ताक्षर

आगरा। अब पेंशन में फर्जीवाड़ा नहीं हो पाएगा। शासन ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। शासन सभी प्रकार की पेंशन के लिए स्पेशल पेंशन पोर्टल बनाने जा रहा है। पोर्टल पर पेंशन का समूचा ब्योरा रहेगा। इससे सूबे के तकरीबन 65 लाख से ज्यादा पेंशनधारकों को इसका लाभ मिलेगा।

मृतक और अपात्रों की मिलेगी अपडेट

इस पोर्टल के तैयार होने पर इस बात का पता आसानी से लग जाएगा, कि जिले के किस मोहल्ले, गांव में किस-किस को पेंशन दी जा रही है। इस व्यवस्था के लागू होने से मृतक पेंशनधारक व अपात्रों की जानकारी जिले की ग्राम पंचायत तक पहुंच जाएगी। इसका पूरा ब्योरा इंटरनेट के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। इससे प्रदेश के तकरीबन 65 लाख से ज्यादा पेंशनधारकों को इसका लाभ मिल सकेगा।

पोर्टल पर होगी डिजीटल लॉक

इस पेंशन पोर्टल पर सभी जिलों की जानकारी अपलोड करायी जाएगी। इससे पहले सभी प्रकार की पेंशन के लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। भौतिक सत्यापन के बाद चयनित लाभार्थियों के हस्ताक्षर डिजीटल लॉक किए जाएंगे।

एसएमएस से मिलेगी पेंशन की जानकारी

भौतिक सत्यापन के दौरान सभी पेंशन लाभार्थियों का मोबाइल नम्बर लिया जाएगा। इस नम्बर को पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। पेंशन के समय एसएमएस से पेंशन आने की सूचना दी जाएगी। पेंशन का भुगतान होने पर भी उनके मोबाइल पर मैसेज प्राप्त हो जाया करेगा।

ऐसे काम करेगा पोर्टल

पेंशन लाभार्थी की सूचना को सत्यापित कराकर डिजीटल हस्ताक्षर कराकर उसका मिलान बैंकिंग पोर्टल पर दर्ज लाभार्थी के ब्योरे से किया जाएगा। इस दौरान यह भी जांचा जाएगा कि लाभार्थी का नाम खाता और आईएफएस कोड सही है या नहीं अगर सूचना सही मिली तो उसको पोर्टल पर लॉक कर दिया जाएगा। इसके बाद पेंशन बिल पोर्टल पर मौजूद सॉफ्टवेयर में ही बनेगा। इसके बाद राज्य कोषागार के वित्त नियंत्रक और योजना के नोडल अधिकारी द्वारा डिजीटल हस्ताक्षर कर लॉक कर दिया जाएगा। इसमें फेरबदल नहीं किया जा सकेगा।

अब तक हुए फर्जीवाड़े पर एक नजर

जनपद में विधवा पेंशन महिलाओं की संख्या 26 हजार 740 थी। जुलाई 2014 में सभी लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन कराया गया, जिसमें 163 लाभार्थी फर्जी पाए गए। वहीं, वृद्धावस्था पेंशन के लाभार्थियों में भौतिक सत्यापन के दौरान 375 मृतक पाए गए, जबकि विकलांग पेंशन के लाभार्थियों में 39 अपात्र पाए गए।