इंटर के मार्क्स का वेटेज आईआईटी एडमिशन में भी

अब आईआईटी में भी एडमिशन के लिए इंटर के माक्र्स को वेटेज दिया जाएगा। ऐसे में कॉपी चेक करने में टीचर से हुई एक चूक आप पर भारी पड़ सकती है, लेकिन जहां उनकी चूक आपके पूरे करियर को प्रभावित कर देती है वहीं इसके लिए वो कुछ रुपये पेनल्टी देकर बच जाते हैं। हालांकि बोर्ड ने पेनल्टी का अमाउंट थोड़ा बढ़ा दिया है। पर सवाल है कि स्टूडेंट्स को हुए नुकसान की भरपाई कैसे हो पाएगी।

20 से 100 रुपए तक

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजूकेशन ने एग्जामिनर्स पर लगाम लगाने के लिए नियमों को कड़ा कर दिया है। अब कॉपी को गलत तरीके से चेक करने पर या एक बार किए गए सवाल को ‘रिपीट’ लिखकर बिना चेक किए छोडऩे पर, हर सवाल के दस की बजाए बीस रुपए काटे जाएंगे। इसके साथ ही कई अन्य बदलाव भी किए गए हैं। इतना ही नहीं गलत क्वेश्चन पेपर या मार्किंग स्कीम से कॉपी चेक करने पर सौ रुपए तक का फाइन लगाया जाएगा।

हो जाती है गलती

कई बार कॉपी चेक करने में टीचर्स कुछ जवाबों पर नंबर देना भूल जाता है। या कई टीचर्स नंबर ज्यादा दे देते हैं। वैसे तो ये गलतियां साथ के साथ हेड एग्जामिनर हाथ के हाथ पकड़ लेते हैं। काउंटिंग या क्वेश्चन लेप्स जैसे गलती होने नहीं दी जाती है। फिर भी ह्यूमन मिस्टेक हो ही जाती हैं। उन पर लगाम लगाने के लिए बोर्ड ने अपनी पेनल्टी बढ़ाई है।

बच जाते थे टीचर

बता दें कि पिछले साल बोर्ड ने एग्जाम के बाद ऑन डिमांड कॉपियां बच्चों को अवेलेबल कराई थी। लास्ट इयर ऑरिजनल कॉपी की फोटो कॉपी स्टूडेंट्स को अवेलेबल कराने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिसमें स्टूडेंट्स ने आपत्ति दर्ज कराई थीं। कॉपी दिए जाने के बाद पता चला कि टीचर्स चेकिंग में ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसके बाद ही बोर्ड ने ये फैसला लिया। पेनल्टी इससे पहले भी लगाई जाती थी। लेकिन जब कोई आपत्ति ही नहीं आती थी तो टीचर्स उस से बच जाते थे।

IIT का सवाल है

इस साल इंटर के स्टूडेंट्स की वेटेज को आईआईटीज में एडमिशन के लिए काउंट किया जाएगा। ऐसे में कोई डिजर्विंग स्टूडेंट कम नंबरों पर ना अटक जाए, बोर्ड इस बात पर भी चिंतित है। टीचर की गलती से मिले कम नंबरों के कारण स्टूडेंट का फ्यूचर खराब हो सकता है। बता दें कि आईआईटी मेन में सेलेक्ट होने वाले 1.5 लाख में से सिर्फ 20 परसेंट स्टूडेंट ही आईआईटीज में पहुंच पाएंगे। इसलिए इंटर के एग्जाम में सही मार्किंग जरूरी है।

अब ईमेल पर कॉपी

स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए वैसे तो बोर्ड ने पिछले साल से ही कॉपी की फोटो कॉपी अवेलेबल कराने का इंतजाम कर दिया है। लेकिन इस साल से बोर्ड की तैयारी सभी स्टूडेंट्स की ईमेल आईडी पर भेजने की भी है। कॉपी चेकिंग के बाद उसे स्कैन करके ऑनलाइन अपलोड कर दिया जाएगा। यहीं से डिमांड पर स्टूडेंट्स को उनकी कॉपी दी जाएगी।

पेनल्टी डबल की

- गलत क्वेश्चन पेपर या मार्किंग स्कीम - 100 रुपए

- गलत चेक करने पर या रिपीट लिखने पर : 20 रुपए

- देश के बाहर फाइन 200 रुपए प्रति कॉपी और 40 रुपए प्रति सवाल होगा

"वैसे गलतियां कम ही होती हैं। फिर भी किसी स्टूडेंट की शिकायत पर कॉपी चेक की जाती है। गलती मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाती है."

- एचएम राउत, सिटी कोर्डिनेटर, सीबीएसई

"कई बार टीचर्स कॉपी चेक करने में गलती करते हैं। ऐसे टीचर्स पर स्ट्रिक्ट एक्शन होना चाहिए."

-रीटा सिरोही, प्रिंसीपल ऋषभ एकेडमी

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