- अधिकतर डीलर्स नहीं करते है नियमों का पालन

- बिना हेलमेट के ही कर दी जाती है बाइक की डिलिवरी

BAREILLY:

सुप्रीम कोर्ट के आदेश व सड़क सुरक्षा नियम को टू व्हीलर डीलर्स और कस्टमर नहीं फॉलो कर रहे हैं. बिना हेलमेट के ही शोरूम से बाइक की डिलिवरी कर डीलर्स नियम की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं. जबकि रूल्स को फॉलो करा पाने में जिम्मेदार अधिकारी भी नाकाम साबित हो रहे हैं. यही वजह है कि आए दिन रोड एक्सीडेंट की घटनाएं हो रही हैं.

नहीं हो रहा नियमाें का पालन

सुप्रीम कोर्ट के आदेश और सड़क सुरक्षा की बातों का हवाला देते हुए आरटीओ ने डीलर्स से कहा था कि बिना हेलमेट की रसीद के आरटीओ में वाहन का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा. डीलर्स हेलमेट की बिक्री पर कोई व्यवसायिक लाभ नहीं लेंगे. जबकि कस्टमर को आईएसआई मार्का वाला हेलमेट खरीदने का अधिकार होगा. फिर भी बिना हेलमेट के ही वाहनों की डिलिवरी कर दी जा रही है.

फ्भ्00 बाइक हर महीने

शहर में टू व्हीलर्स के क्भ् शोरूम हैं. जो स्टेशन रोड, रामपुर रोड, पीलीभीत रोड पर स्थित है. इन शोरूम से हर महीने फ्भ्00 से अधिक बाइक की ब्रिकी होती है. कुछ शोरूम को छोड़ दिया जाए तो, बाकी के शोरूम ओनर्स नियमों को ताक पर रखकर अपना धंधा कर रहे हैं. जबकि कई बार वाहन खरीदने वाले लोग हेलमेट नहीं खरीदते हैं.

ब्0 परसेंट लोग नहीं लेते है

सोर्सेज की मानें तो बाइक खरीदते वक्त ब्0 फीसदी लोग हेलमेट लेना पसंद नहीं करते है. ब्0 फीसदी खरीदते हैं जबकि ख्0 परसेंट लोग पहले से ही हेलमेट होने की बात करते है. इससे साफ है कि ब्0 परसेंट लोग नियमों और सुरक्षा को ताक पर रखकर बाइक पर फर्राटा भर रहे हैं.

......................

डीलर्स की यह जिम्मेदारी है कि, वह नियम को व्यवहारिक तौर पर लागू करें. नियम को फॉलो करने के लिए समय-समय पर डीलर्स को निर्देश दिए जाते हैं.

संजय सिंह, आरटीओ इंफोर्समेंट

हमारा यह प्रयास रहता है कि, जितने भी लोग शोरूम से बाइक लेकर जाए वह हेलमेट भी साथ लेकर जाए. मार्केट रेट से दो से तीन परसेंट तक रेट में छूट दी जाती है.

अंकुर अग्रवाल, ओनर्स, शोरूम

कुछ ही लोग हेलमेट खरीदते हैं. बाकी या तो, पहले से हेलमेट होने की बात कहते हैं, या फिर लेते ही नहीं. प्रयास रहता है कि, कस्टमर हेलमेट के साथ ही बाइक लेकर जाएं.

एके गुप्ता, मैनेजर, शोरूम