इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसे के शिकार सिर्फ नौ लोगों को मिलेगा इंश्योरेंस का दस लाख

अवेयरनेस की कमी के चलते इंश्योर्ड जर्नी के लाभ से वंचित रह जाते हैं अधिकतर पैसेंजर

पटना- इंदौर एक्सप्रेस हादसा है ताजा एग्जाम्पल, अधिकतर ने नहीं क्लिक किया था ऑप्शन

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: कानपुर के पास पोखरायां में हादसे का शिकार हुई इंदौर-पटना एक्सप्रेस के सिर्फ नौ पैसेंजर्स को ट्रेवल इंश्योरेंस का लाभ मिलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके अलावा टिकट बुक कराने वाले लोगों ने इस आप्शन को सेलेक्ट ही नहीं किया था। सिर्फ 93 पैसे में मिलने वाले दस लाख रुपए के रिस्क कवर से ज्यादातर पब्लिक अंजान है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह घटना है। सितंबर में लांच हो चुकी इस योजना को पूरी ट्रेन के सिर्फ 126 टिकट धारकों ने एडाप्ट किया था। इन टिकटों से कुल 207 लोग ही अधिकतम लाभान्वित हो सकते थे। इंट्रेस्टिंग यह भी है कि आनलाइन टिकट बुक कराने वाले 486 लोगों ने इस आप्शन को चूज ही नहीं किया था। इस स्थिति में जान गंवाने वालों को भी इंश्योरेंस का पैसा नहीं मिलेगा।

एक सितंबर से लागू है स्कीम

इस साल रेल बजट में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्रेवल बीमा शुरू करने की घोषणा की थी। इस योजना का की शुरुआत भी सितंबर में कर दी गई। शुरुआती दौर में इस योजना का लाभ सिर्फ उन पैसेंजर्स को दिया जा रहा है जो आनलाइन टिकट बुक कराते हैं। इस दौरान उन्हें एक आप्शन पर क्लिक करके डिटेल देना होता है। मौत हो जाने पर दस लाख और गंभीर रूप से घायल होने पर साढ़े सात लाख रुपए का इंश्योरेंस क्लेम पाने के लिए प्रति व्यक्ति सिर्फ 93 पैसे का भुगतान टिकट के साथ अतिरिक्त लिया जाता है। इसके अलावा किसी भी तरह की चोरी, डकैती या आतंकी हमले से प्रभावित लोगों को 10,000 रुपये मुआवजा देने का प्रावधान है।

छोटी सी चूक से बड़ी चोट

रविवार की भोर में कानपुर-झांसी रूट पर इंदौर-पटना एक्सप्रेस डिलेरमेंट में 140 से अधिक पैसेंजर्स ने जान गंवा दी। पांच सौ से अधिक घायल हो गए। इस हादसे से पूरा देश हिल गया। इस सबके बीच चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि ट्रेन में ई-टिकट से सफर तो करीब 695 पैसेंजर्स कर रहे थे, लेकिन 209 पैसेंजर्स ही ट्रेवल इंश्योरेंस से कवर थे। इन 209 पैसेंजर्स की सीट बुकिंग 126 टिकटों पर हुई थी। रेलवे के अफसर बताते हैं कि मृतक और गंभीर घायलों के बीच से इंश्योरेंस कवर के लाभार्थियों की खोजबीन जारी है। मंगलवार की देर शाम तक कुल आठ से नौ पैसेंजर्स ही चिन्हित किए जा सके थे।

कैसे होता है ट्रेवल इंश्योरेंस

बीमा कवर सभी वर्गो के लिए एक समान होगा और इसके विकल्प ई-टिकट बुकिंग के समय चेकबॉक्स के माध्यम से उपलब्ध होंगे।

यात्री बीमा को चुनता है तो टिकट की राशि में प्रीमियम राशि को जोड़ दिया जाएगा।

टिकट बुकिंग और प्रीमियम के भुगतान के बाद, नामांकन विवरण पूरा होने का एक संदेश आएगा, जिसका इस्तेमाल दावा के निस्तारण के समय साक्ष्य के तौर पर किया जाता है।

बीमा का विकल्प लेने के बाद, टिकट बुक किये गये सभी यात्रियों का पीएनआर नंबर और प्रीमियम के चार्ज के हिसाब से कवरेज अनिवार्य हो जाएगा।

पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए कवरेज के लिए इच्छुक उपयोगकर्ता को टिकट बुकिंग के समय ही बच्चे का ब्यौरा देना होगा और उसके अनुसार यात्रा बीमा प्रीमियम को कुल देय राशि में जोड़ दिया जाएगा।

बीमा पॉलिसी की ई-प्रति की रशीद प्राप्त करने के लिए यात्रियों को अपनी ईमेल आईडी अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना होगा।

उन्हें उसी समय बीमा कंपनी से एक लिखित संदेश भी आएगा।

इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसे में मरे चुनिन्दा लोग ही ऐसे थे जिन्होंने आनलाइन टिकट बनवाने के साथ इंश्योरेंस आप्शन सेलेक्ट किया था। इन सभी को ट्रेवल इंश्योरेंस का दस-दस लाख रुपया मिलेगा। इसके अलावा सैकड़ों पैसेंजर्स ने आनलाइन रिजर्वेशन तो कराया लेकिन बीमा ऑप्शन चूज नहीं किया था।

सुनील कुमार गुप्ता

पीआरओ, डीआरएम, इलाहाबाद मंडल

आनलाइन रिजर्वेशन करा रहे हैं तो बीमा आप्शन को जरूर सेलेक्ट करें। 93 पैसे में होने वाले बीमे में मृतक को दस लाख और गंभीर घायलों को साढ़े सात लाख रुपए मिलते हैं। ट्रेवल इंश्योरेंस का लाभ अभी सिर्फ आनलाइन टिकट बुक कराने वालों को ही मिल रहा है।

अमित मालवीय

पीआरओ, एनसीआर

फैक्ट फाइल

93 पैसे में रेलवे आनलाइन टिकट बुक कराने पर कराता है इंश्योरेंस

10 लाख रुपए मिलते हैं सफर के दौरान मौत हो जाने पर

7.5 लाख रुपए मिलते हैं गंभीर से घायलों को

695 पैसेंजर्स ने पटना- इंदौर एक्सपे्रस में कराया था ऑनलाइन रिजर्वेशन

209 पैसेंजर्स ने ही चुना था इंश्योर्ड जर्नी का ऑप्शन

9 लोग ही इंश्योरेंस पाने के हकदार फिलहाल तक चिन्हित