- खतौली हादसे के बाद रेलवे ने बदली ट्रैक जांच पद्धति

- पटरियों पर मशीन द्वारा होगी अल्ट्रासोनिक जांच

आई एक्सक्लूसिव

नवीन सिंह

मेरठ। खतौली हादसे के बाद रेलवे बोर्ड सतर्क हो गया है। इसके लिए पूरी गंभीरता से ट्रैक की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की जांच की जा रही है। रेलवे बोर्ड ने पटरियों की जांच के लिए अल्ट्रासोनिक टेस्टिंग की शुरुआत की है।

ट्रैक का होगा पूरा स्कैन

खतौली में हादसे के बाद बने नए ट्रैक की जांच व मेरठ से टपरी तक किए जा रहे डबल ट्रैक के काम की अल्ट्रासोनिक स्केनिंग के जरिए जांच की गई। इसके तहत ट्रैक पर बारीक से बारीक दरार या ब्रेकेज सामने आ जाती है। ट्रैक की अल्ट्रासोनिक टेस्टिंग के बाद उसमें सुधार कर ट्रेन का संचालन शुरु किया जाता है।

फ्लैश बट प्लांट से टेस्टिंग

कैंट स्थित रेल पटरियों की निर्माण एजेंसी फ्लैश बट प्लांट में इन तकनीकि का प्रयोग कर पटरियों को बिछने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा जा रहा है। इस प्लांट में 65 मीटर की छोटी लाइन से लेकर 130 मीटर तक की बड़ी पटरियों तक का निर्माण किया जा रहा है। पटरियों के निर्माण के बाद उनकी जांच के लिए अल्ट्रासोनिक टेस्टिंग व अन्य विधियों का प्रयोग कर सुरक्षा मानकों को पुष्ट किया जाता है।

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वर्जन

फ्लैश बट विधि से पटरियों को बारीकी से जोड़ा जाता है। इसके बाद अन्य विधियों से पटरी की जांच कर उसके जोड़ों की मजबूती की पुष्टि की जाती है। अल्ट्रासोनिक टेस्टिंग इसी की अत्याधुनिक विधि है।

- विपिन कुमार, सीनियर सेक्शन ऑफिसर

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हस्तिनापुर रेल मार्ग को मिलेगी हरी झंडी

बहुप्रतीक्षित योजना मेरठ - हस्तिनापुर रेल मार्ग योजना जल्द परवान चढ़ सकती है। इस योजना के लिए शुरु हुए रेल ट्रैक के सर्वेक्षण का काम लगभग पूरा हो चुका है। सर्वे के आधार पर मेरठ- हस्तिनापुर रेल मार्ग पर फाइनेंशियल इंटरेस्ट रिटर्न रेट को बढ़ाने की योजना पर काम किया जा रहा है। उम्मीद है कि नए साल से मेरठ हस्तिनापुर रेल मार्ग का काम शुरु हो सकता है।

फैक्ट-

-2010-11 में रेल मार्ग की योजना को मिली की स्वीकृति

- योजना के तहत

- 6 साल से जारी सर्वेक्षण कार्य योजना के तहत

- 1490 करोड़ का बजट तैयार रेलमार्ग के लिए

- मेरठ से हस्तिनापुर फिर बिजनौर जोड़ा जाएगा रेल मार्ग

वर्जन-

हस्तिनापुर रेल मार्ग के संबंध में अभी सर्वेक्षण का काम जारी है। बजट और अन्य चीजों का निर्धारण मुख्यालय स्तर से किया गया है।

- आरपी शर्मा, स्टेशन अधीक्षक