- मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर्स की चल रही है गुंडागर्दी

- कैंपस में मारपीट और फायरिंग की घटनाएं हो गई हैं आम

- अधिकारी देते है जांच के आदेश, नहीं होती कार्रवाई

>Meerut : वार्मर में बच्चा जलकर मर जाए, जांच हो रही है। मेडिकल कॉलेज में मर्डर हो जाए, जांच हो रही है। कोई स्वतंत्रता सेनानी का फर्जी सर्टिफिकेट लगाकर स्टूडेंट बन जाए, जांच हो रही है। डॉक्टर तीमारदार के साथ मारपीट करें, जांच हो रही है। यहां प्रशासन कुछ इसी तरह चलता है। हर हफ्ते एक या दो जांच के आदेश होते हैं। साल में क्भ्0 जांच के आदेश होते हैं, लेकिन कार्रवाई शायद चार में भी नहीं होती है। यही कारण है कि जूनियर डॉक्टर के हौसले दिन पर दिन बुलंद होते जा रहे हैं।

पब्लिक परेशान

मेडिकल कॉलेज को लेकर आप किसी से भी बात करें, वो यही कहेगा कि जूनियर डॉक्टर्स को उत्पात और मारपीट के सिवा आता ही क्या है? जिन डॉक्टर्स को भगवान के रूप में देखा जाता है, वहीं मेडिकल के जूनियर डॉक्टर्स पेशे पर कालिख पोत रहे हैं। तीमारदारों के साथ अभद्र व्यवहार करना, मारपीट करना बहुत ही आम हो गया है। पहले भी ऐसे मामले सामने आते रहे हैं। शराब पीकर रात को मेडिकल कॉलेज में फायरिंग करना, मरीजों के उपचार में लापरवाही बरतना और तीमारदारों से गलत बर्ताव करना जूनियर्स डॉक्टरों की आदत में शुमार हो गया है। इन पर किसी का कोई कंट्रोल भी नहीं है।

मरीज परेशान

मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर्स की तानाशाही दूसरे दिन भी जारी रही। शनिवार को भी जूनियर डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार जारी रखा। मरीज तड़पते रहे, लेकिन डॉक्टर्स कैंपस में नजर तक नहीं आए। मरीजों की सुध लेने वाला कोई नहीं था। मरीजों और तीमारदारों को खूब परेशानी का सामना करना पड़ा।

नाम के लिए दी जाती है जांच

मेडिकल कॉलेज में जितनी भी जूनियर्स डॉक्टर्स ने गुंडागर्दी की है उन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसीपल जांच कमेटी बनाकर मामले की जांच सौंप देते है। अभी तक जितने मामलों की जांच मेडिकल प्रिंसीपल को सौंपी गई है किसी की जांच पर डॉक्टर्स के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

कब-कब हुई घटनाएं

फ्क् दिसंबर ख्0क्फ् को वार्मर में नवजात झुलसा, मौत

फ्0 दिसंबर ख्0क्फ् को न्यू ईयर की पार्टी में की गई फायरिंग।

8 नवंबर ख्0क्फ् को वार्ड ब्वॉय रघुनंद की इमरजेंसी में मौत।

ख्भ् अक्टूबर ख्0क्फ् को वार्ड में भर्ती नितिन की हत्या।

ख्ब् अप्रैल ख्0क्फ् को बच्चा वार्ड में वार्मर में बच्चा झुलसा, मौत

ख्फ् फरवरी ख्0क्फ् को मेडिकल की फार्मासिस्ट रेखा की मौत, हंगामा

भ् फरवरी ख्0क्फ् को जूनियर डॉक्टर्स ने एडीएम फाइनेंसर के बेटों को पीटा

पुतला फूंका

मेडिकल में डॉक्टर्स द्वारा की गई मारपीट के विरोध में भाजपा नेता राहुल ठाकुर और छात्र नेताओं ने यूनिवर्सिटी गेट पर सीएमएस डॉ। सुभाष और प्रिंसीपल डॉ। प्रदीप भारती का पुतला फूंका। राहुल ठाकुर ने कहा कि मेडिकल में डॉक्टर्स की गुंडागर्दी चल रही है। शराब पीकर फायरिंग और अभद्र व्यवहार आम बात हो गई है। ऐसे डॉक्टर्स पर जब तक कार्रवाई नहीं होती तब तक वे वे सीएमएस और प्रिंसीपल का शहर के विभिन्न इलाकों में पुतला फूंकते रहेंगे। इस दौरान गगन सोम, मनोज जोशी आदि छात्र मौजूद रहे।

बर्दास्त नहीं होगा अपमान

बेगमपुल व्यापार संघ के पूर्व महामंत्री पुनीत शर्मा ने कहा है कि डॉक्टर्स ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला किया है। इस पर पुलिस को मौन रहने की बजाय डॉक्टर्स पर कार्रवाई करने की आवश्यकता है। वहीं मेरठ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्रस एसोसिएशन के सचिव रजनीश कौशल ने भी निन्दा की है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स को भगवान रूप में देखा जाता है, यदि डॉक्टर्स इस तरह घिनौनी करतूत करेंगे तो समाज में बुरा असर पड़ेगा।

जितने भी मामले सामने आते हैं उनके बारे जांच कराई जाती है, यदि कोई दोषी पाया जाता है तो कार्रवाई भी की जाती है।

-डॉ। प्रदीप भारती

प्रिंसीपल, मेडिकल कॉलेज