- यूपी बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए हो रही तैयारी

- प्रधानाचार्यो को स्कूल स्टाफ का डाटा वेब पर करना होगा अपलोड

आगरा। यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए अब शिक्षकों को आईडी कार्ड जारी किए जाएंगे। इसके लिए प्रधानाचार्यो को निर्देश दिए गए हैं कि वे विभाग की वेबसाइट पर अपने स्कूल के स्टाफ का डाटा अपलोड करें। जिससे एग्जाम से पहले आईकार्ड अध्यापकों और स्कूल स्टाफ को उपलब्ध कराए जा सकें।

ऐसे होगा डाटा अपलोड

यूपी बोर्ड की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू। यूपीएमएसपी। ईडीयु। इन पर यूजर आईडी और पासवर्ड का प्रयोग करते हुए विद्यालय के अध्यापकों व स्टाफ का डाटा अपलोड किया जाएगा। इस डाटा के आधार पर बोर्ड द्वारा अध्यापक और सभी कर्मचारियों के आईडी कार्ड तैयार किए जाएंगे।

बिना आईकार्ड नहीं मिलेगा प्रवेश

यूपी बोर्ड की परीक्षा के दौरान उन्हीं शिक्षक और स्कूल स्टाफ को सेंटर में प्रवेश करने दिया जाएगा, जिनके पास विभाग द्वारा जारी किया गया आईडी कार्ड होगा। बिना आईकार्ड वालों को किसी भी कीमत पर परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।

कोई भी कर जाता था प्रवेश

पूर्व में होता यह था कि स्कूल स्टाफ और अध्यापक होने की बात कहकर कोई भी परीक्षा केन्द्र पर धड़ल्ले से प्रवेश पा लेता था। इससे परीक्षा केन्द्रों पर गड़बड़ी की आशंका रहती थी। लेकिन, नई व्यवस्था से कोई भी नकल माफिया परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं कर पाएगा।

ये देनी होंगी जानकारी

प्रधानाचार्य को वेबसाइट पर निर्धारित फॉरमेट में अध्यापकों व स्टाफ की सारी जानकारी भरनी होगी। जिसमें अध्यापन विषय, अध्यापक व स्टाफ की जन्मतिथि, नियुक्ति की तिथि, वर्तमान में पद, मोबाइल नंबर भी देना होगा।

डीआईओएस दिनेश यादव का कहना है कि सभी प्रधानाचार्यो को वेबसाइट पर अध्यापकों व स्कूल के स्टाफ का डाटा अपलोड करने के लिए कहा गया है। डाटा अपलोड होने के बाद स्कूल स्टाफ और अध्यापकों को इसी डाटा के आधार पर आईडी कार्ड जारी किया जाएगा।