कैश की किचकिच में बीता दिन, कई बैंकों ने खड़े किए हाथ

एसबीआई ने बांटा शादी के नाम पर कैश, लगी लंबी लाइन

ALLAHABAD: आखिरकार सीनियर सिटीजंस के अच्छे दिन आ गए। सरकार के आदेश पर शनिवार को बैंकों में बुजुर्गो को लाइन में लगकर नोट बदलवाने की सहूलियत मिली। इसके चलते उन्होंने राहत की सांस ली। उनका कहना था कि इतने दिनों से लाइन में धक्के खाने के डर से वह बैंक नही आए थे। कई बुजुर्गो की जेब में फुटकर बचे थे तो दो हजार के नोट बदलवाने के बाद उनके चेहरे पर मुस्कान खिल गई। हालांकि, इसके बीच लगातार छठवें दिन बैंक कैश की क्राइसिस से जूझते रहे। कई बैंकों में दस हजार रुपए देकर लोगों को संतुष्ट किया गया।

सुबह से लगी रही बुजुर्गो की लाइन

सरकार के आदेश पर शनिवार को बैंकों में बुजुर्गो के दो हजार रुपए के पुराने नोट बदले गए। सुबह से बैंकों में उनकी लाइन लगी रही। बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नही होने पर सीनियर सिटीजंस को अपना नंबर आने तक घुटने के दर्द का सामना करना पड़ा। सिविल लाइंस के रहने वाले अमर सहाय ने बताया कि वह दो दिन बैंक आकर लौट चुके हैं। जब सुविधा मिली तो बैंक आकर कैश बदल रहे हैं। इसी तरह ममफोर्डगंज के करुणाकर तिवारी भी अपना कैश बदलवाने पहुंचे थे। कहा कि दो हजार रुपए उनके लिए किसी अमानत से कम नही है।

मंगलवार तक राहत मिलने के आसार

जिले के बैंकों में कैश की क्राइसिस किसी से छिपी नही है। पिछले एक सप्ताह से पर्याप्त मात्रा में आरबीआई से कैश नही आने से काउंटरों पर खाते से रुपया निकालना मुश्किल हो गया है। एटीएम भी पूरी तरह से संचालित नही हो पा रहे हैं। शनिवार को भी बमुश्किल तीस से चालीस फीसदी एटीएम में ही कैश पहुंच सका। बैंकों का कहना है कि मंगलवार तक स्थिति सामान्य हो सकती है। इस बीच पीएनबी, इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा समेत अन्य बैंकों में जरूरतमंदों को ही कैश बांटा जा सका। कई बैंकों में बीस हजार मांगने वालों दस हजार रुपए देकर निपटाया गया।

शादी के कैश से जान छुड़ा रहे बैंक

आरबीआई की ओर से शादी के नाम पर खाते से अधिकतम ढाई लाख रुपए दिए जाने की घोषणा की जा चुकी है। इसका सर्कुलर भी कई बैंकों में पहुंच चुका है लेकिन कैश नही होने से लोगों को निराश लौटना पड़ रहा है। कई बैंकों ने इस संबंध में सर्कुलर नही मिलने की बात कहकर भी पब्लिक को टालने की कोशिश की है। इस बीच एसबीआई की मेन ब्रांच में शादी के कार्ड लेकर लोगों की लंबी लाइन लगी रही। उनको बैंक की ओर से केवाईसी फार्म भरकर अधिकतम ढाई लाख रुपए दिए गए। इससे लोगों ने राहत महसूस की। वही अन्य बैंकों में कार्ड लेकर जाने वालों को निराश होना पड़ा।

जो शादी का कार्ड लेकर आ रहे हैं उनको कैश दिया जा रहा है। आरबीआई का आदेश प्राप्त हो चुका है। बुजुर्गो को लाइन लगाकर नोट बदलवाए गए हैं। किसी भी जरूरतमंद को वापस नही किया जा रहा है।

यूएन त्रिपाठी, डिप्टी ब्रांच मैनेजर, एसबीआई

हमारे पास पर्याप्त कैश नही है। मंगलवार तक स्थिति सामान्य हो सकती है। जो लोग वाकई जरूरतमंद हैं उनको निराश नही किया जा रहा है। जितना हो सकता है ग्राहकों की मदद की जा रही है।

नारायण ताताचारी, एजीएम, इलाहाबाद बैंक