-मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या स्नान पर्व के बीच एक दिन का ही अंतर

-संक्रांति की भीड़ अमावस्या तक रुकेगी तो अमावस्या के दिन भी आएगी भीड़

ALLAHABAD: संगम की रेती पर हर वर्ष लगने वाला माघ मेला हो या छह वर्ष अ‌र्द्धकुंभ या फिर 12 वर्षो के अंतराल पर लगने वाला कुंभ। सभी में मौनी अमावस्या स्नान पर्व ही ऐसा होता है, जिसमें मान्यता है कि देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाने के लिए पहुंचते हैं। लेकिन इस बार के माघ मेले में तीन दिन खास रहेगा।

मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या जैसे दो प्रमुख स्नान पर्वो के बीच महज एक दिन का ही अंतराल है। यही वजह है कि श्रद्धालुओं को जो भीड़ संक्रांति पर आएगी वह तो अमावस्या तक तो रुकेगी ही साथ ही अमावस्या स्नान के लिए भी दिनभर श्रद्धालुओं का रेला पहुंचता रहेगा।

19 वर्ष बाद बना संयोग

मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या स्नान पर्व के बीच में एक दिन का ही अंतराल होगा। जबकि 19 वर्ष पहले भी ग्रहीय योग की वजह से दोनों स्नान पर्वो के बीच एक दिन का अंतराल था। उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक पं। दिवाकर त्रिपाठी पूर्वाचली ने बताया कि मलमास व ग्रहों के नियत स्थान से इधर-उधर होने की वजह से ऐसा संयोग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य पं। विद्याकांत पांडेय ने बताया कि माघ मास में मौनी व मकर संक्रांति स्नान का श्रद्धालुओं को अक्षय पुण्य प्राप्त होता है। लिपि ईयर की तरह ही ऐसा संयोग 19 वर्षो के बाद आया है।

पिछले वर्ष दोनों पर्वो पर भीड़ का आंकड़ा

मकर संक्रांति : 75 लाख

मौनी अमावस्या : डेढ़ करोड़

-पिछले वर्ष दोनों स्नान पर्वो के बीच बारह दिन का अंतराल था। मकर संक्रांति 14 जनवरी तो मौनी अमावस्या का पर्व 27 जनवरी को पड़ा था।

ड्रोन से होगी भीड़ की निगरानी

इस बार के मेले को अ‌र्द्धकुंभ के रिहर्सल के तौर पर देखते हुए पुलिस प्रशासन की तैयारियां की जा रही हैं। दो स्नान पर्व के बीच एक दिन का अंतराल होने की वजह से भीड़ भी करोड़ों में रहेगी। इसीलिए पुलिस विभाग की ओर से भीड़ की निगरानी के लिए छह ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही एंटी टेररिस्ट स्क्वायड की टीम भी मौजूद रहेगी। ड्रोन का ट्रॉयल दो जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान पर्व पर होगा। इसके अलावा मेला एरिया में 12 थाना, 12 फायर सर्विस स्टेशन व 30 पुलिस चौकियों की स्थापना की जाएगी।

वर्जन

मेले का पूरा फोकस तीन दिनों पर ही केन्द्रित करके ही तैयारियां की जा रही है। भीड़ की व्यवस्था व सुरक्षा को लेकर रैन बसेरा, सीसीटीवी कैमरा, शौचालयों की संख्या कितनी बढ़ाई जाएगी उसका निर्णय आला अधिकारियों के साथ बैठक में तय किया जाएगा।

राजीव कुमार राय, मेलाधिकारी