- कल से बंद हो जाएगी देशी शराब की भट्ठी- विदेशी शराब के लिए भी आना होगा शहर

- नगर परिषद क्षेत्र में भी केवल सोलह शराब की दुकानें खुलेंगी

PATNA /BUXAR : सभी जगह मिल जाता साकी, सभी जगह मिलता प्याला, मुझे ठहरने का हे मित्रों। कष्ट नहीं कुछ भी होता, मिले न मंदिर मिले न मस्जिद, मिल जाती है मधुशाला लगभग सौ साल पहले हरिवंश रच्य बच्चन की रचना 'मधुशाला' की उक्त रूबाइयां आज के माहौल पर सटीक बैठ रही थीं। गांव-गांव में शराब मिलने से सामाजिक माहौल और सौहार्द पर बुरा असर पड़ रहा था। परंतु, अब बुराई का प्रतीक बनी शराब को आखिरी सलाम करने का वक्त आ गया। गुरुवार को गांवों में अंतिम बार देश शराब की भट्ठी व अंग्रेजी शराब की दुकानें खुलेंगी। इसके बाद शुक्रवार से जिले के ग्रामीण इलाकों में शराब बिक्री पर पूर्ण पाबंदी लग जायेगी। शराबबंदी को पूर्ण सफल बनाने के लिए प्रशासन ने कई इंतजाम किये हैं। इसके तहत गुरुवार की रात चुन चुन कर सभी शराब दुकानें सील कर दी जायेंगी। इससे पूर्व एक सप्ताह पहले से ही शराब दुकानों की जांच शुरू कर दी गयी है और उनसे स्टाक का ब्यौरा लिया जा रहा है। राज्य सरकार के शराबबंदी के फैसले को जबरदस्त समर्थन भी मिल रहा है। खासतौर पर महिलाओं में इसे लेकर भारी खुशी देखी जा रही है और शराबबंदी कानून के सफल होने के लिए वे प्रार्थना कर रही है। दूसरी ओर प्रशासन ने भी शराबबंदी को पूर्ण रूप से लागू करने के लिए कमर कस ली है।

बहा दी जायेगी बची देशी दारू

शराबबंदी को बनी रणनीति के तहत फ्क् मार्च की रात तक बची सभी देशी शराब को बहाकर नष्ट कर दिया जायेगा। वहीं, अंग्रेजी शराब की बची बोतलों को जब्त कर लिया जायेगा। हालांकि, नई नीति के तहत अंग्रेजी शराब की बिक्री शहरों में अब भी जारी रहेगी, लेकिन कुकुरमुत्ते की तरह गली-गली में खुली दुकानें बंद हो जायेंगी। बक्सर शहरी क्षेत्र में विदेशी शराब की सोलह दुकानें खोली जा रही है। इन दुकानों के संचालन की जिम्मेदारी सीधे बेवरेज कारपोरेशन के हाथों में रहेगी। इसके लिए बेवरेज कारपोरेशन ने अपना इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर लिया है। वहीं, बक्सर में चार व डुमरांव में एक बीयर बार को लायसेंस दिया गया है।

शराब दुकानदारों ने लगाया सेल

कपड़ा व इलेक्ट्रानिक सामानों में सेल की बात तो होती है, लेकिन आज तक कभी शराब की सेल लगने की बात सामने नहीं आयी। जिले में बुधवार को शराब के सेल का अनोखा मामला सामने आया। पड़री व तियरा आदि ग्रामीण इलाकों में खुले अंग्रेजी शराब के दुकानदारों ने कीमतों में भारी कटौती कर शराब की बिक्री शुरू कर दी। इससे दुकान के आगे खरीदारों की लंबी कतार लग गयी। तियरा में दुकानदार ने ब्ब्0 रुपये में आने वाला मैकडोवल व्हिस्की का फुल बोतल दो सौ रुपये में बेचना शुरू कर दिया। इसी तरह पड़री में में भी आधे से कम कीमतों पर शराब की बोतल बेची गयी। शहर में भी कई दुकानों में शराब की कीमतें कम कर बेची गयीं। दुकानदारों का कहना है कि फ्क् मार्च की रात शराब की बची बोतलें जब्त हो जायेंगी। ऐसे में इससे जो वसूली हो जाये, उनके लिए यही बहुत है।

शराबबंदी को लेकर प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। किसी भी कीमत पर देशी शराब की बिक्री नहीं होगी, इसके लिए आवश्यक इंतजाम किये गये हैं। फ्क् की रात शराब दुकानों को सील कराने के लिए कई टीमों को गठित किया गया है। शराब के आदि लोगों को मेडिकल सहायता के लिए सदर अस्पताल में विशेष रेफरल वार्ड खोल दिया गया है।

रमण कुमार, जिलाधिकारी, बक्सर।