शाम से शुरू हुआ आपरेशन

लंबी जद्दोजहद और बड़ी तैयारी के साथ जवाहरबाग आपरेशन गुरुवार की सायं शुरू हो गया। चारों से घेराबंदी करने के साथ ही जैसे ही सुरक्षा बल आगे बढ़ा, फायरिंग शुरु हो गई। जवाबी फायरिंग  में पुलिसकर्मी और अफसर घायल होने लगे। जवाहरबाग से घायलों को लेकर वाहन अस्पताल की ओर दौड़ने लगी। शाम सात बजे तक करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी सहित एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी, एस ओ फरह संतोष कुमार घायल हो गए थे। इसी बीच सुरक्षाबलों ने जवाहरबाग में सत्याग्रहियों के ठिकानों पर आग लगा दी। इधर, पब्लिक ने भी बाग के बाहर सत्याग्रहियों के झोपड़ी को आग के हवाले कर दिया। फायरिंग  और धमाकों से पूरा इलाका थर्रा रहा था। ऑपरेशन जारी था।

दो साल से जमे हैं सत्याग्रही

जवाहरबाग में कथित सत्याग्रही दो साल से जमे हुए हैं। पिछले एक माह से जिला व पुलिस प्रशासन लगातार उन्हें बाहर निकालने के लिए नोटिस दे रहा था और मुनादी भी करा रहा था, लेकिन सत्याग्रही लगातार तेवर में बने हुए थे। महिलाओं और बच्चों को आगे किया जा रहा था। जिला प्रशासन धैर्य से काम ले रहा था, लेकिन चरण बद्ध आपरेशन की कवायद लगातार असफल साबित हो रही थी। जिलाधिकारी राजेश कुमार एवं एसएसपी राकेश सिंह ने गुरुवार दोपहर में प्रैस वार्ता करके तैयारियां पूरी होने और किसी भी क्षण आपरेशन शुरू किए जाने के संकेत दिए थे।

पुलिस ने की जवाबी कार्यवाही

सायं करीब सवा पांच बजे सुरक्षाबलों को लेकर अफसरों ने जवाहरबाग को चारों ओर से घेर लिया और अंदर घुस गया। सत्याग्रहियों ने नारेबाजी करते हुए जबरदस्त प्रतिरोध किया और कथित सत्याग्रही हथियारों के साथ पुलिस बल पर टूट पड़े। पुलिस बल के अंदर प्रवेश करते ही अफरा-तफरी मच गयी, लेकिन सत्याग्रहियों ने मोर्चा संभाल लिया। अचानक पुलिस बल पर फायरिंग शुरू कर दी गयी। जवाब ने पुलिस ने फायर खोल दिए। और इसके बाद गोलियों की तड़तडाहट के बीच ही जवाहरबाग से विस्फोट के धमाके होने लगे। जबरदस्त फायरिंग के साथ ही सुरक्षा बलों के जवान और अफसर गोलियों से घायल होने लगे। ऑपरेशन के थोड़ी ही देर में घायलों को लेकर वाहन अस्पतालों की ओर दौड़ने लगे। शहर के प्रमुख अस्पतालों में इन घायलों को भर्ती कराया गया। जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई थी।

दोनों ओर से जारी था हमला

इधर, सुरक्षा बलों और सत्याग्रहियों में संघर्ष जारी था। सत्याग्रही पेड़ों पर चढ़कर फायरिंग कर रहे थे। जवाहरबाग से धमाके भी हुए। इनके ठिकानों पर आग लगा दी गई। महिलाएं और बच्चे दहशत के मारे भागने लगे। जवाहरबाग के आसपास की पब्लिक भी ऑपरेशन में साथ हो गई। सत्याग्रहियों की झोपड़ी में आग लगा दी गई। शाम करीब सात बजे तक एक दर्जन जवान घायल होकर अस्पतालों में भर्ती कराए जा चुके थे। ऑपरेशन जारी था। सत्याग्रही फायरिंग रोकने की अपील माइक से कर रहे थे।

National News inextlive from India News Desk