1 अप्रैल से बाल श्रम के खिलाफ बरेली में शुरू होना था ऑपरेशन मुस्कान

श्रम परिवर्तन अधिकारी बने बोर्ड परीक्षा में स्टेटिक मजिस्ट्रेट, ऑपरेशन ठप

BAREILLY:

बाल मजदूरी से मासूमों को आजाद कराने के लिए शुरू किए जाने वाला ऑपरेशन मुस्कान यूपी बोर्ड परीक्षा में फेल हो गया है। दरअसल, ऑपरेशन मुस्कान चलाने और बाल मजदूरों को बचाने की जिम्मेदारी श्रम विभाग के जिन अधिकारियों पर थी, उन्हीं की यूपी बोर्ड परीक्षाओं में ड्यूटी लगा दी गई है। इससे ऑपरेशन मुस्कान को शुरू करने की कवायद ही ठंडे बस्ते में चली गई। ऑपरेशन मुस्कान को नाकामी से बचाने के लिए उप श्रम आयुक्त रोशन लाल ने डीएम को लेटर लिखा है। जिसमें उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारियों को बोर्ड परीक्षाओं से रिलीव कराने की मांग की है। जिससे ऑपरेशन मुस्कान शुरू किया जा सके।

अधिकारियाें की कमी

श्रम आयुक्त कानपुर से बाल मजदूरों को आजाद कराने के लिए मार्च माह में एक आदेश आया था। जिसमें श्रम विभाग को 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक ऑपरेशन मुस्कान चलाने का जिम्मा सौंपा गया था। डीएम के निर्देश पर श्रम विभाग की ओर से इस आपरेशन की तैयारी भी कर ली गई, लेकिन इसी बीच बोर्ड परीक्षा शुरू हो गई, और श्रम विभाग के श्रम परिवर्तन अधिकारियों को नकल रोकने के लिए स्टेटिक मजिस्ट्रेट बना दिया गया, जिससे बाल श्रमिकों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए ऑफिस में अधिकारी ही नहीं बचे।

डीएम से मांगी अनुमति

वहीं विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि इस समय आफिस में आठ श्रम परिवर्तन अधिकारी है जिसमें से छह श्रम अधिकारियों की ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में लगी हुई, जबकि दो महिलाओं को आफिस में काम के लिए रोकना पड़ा। ऑपरेशन मुस्कान प्रभावित न हो इसके लिए उप श्रम आयुक्त रोशन लाल ने डीएम को एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी कर रहे श्रम परिवर्तन अधिकारियों को ड्यूटी मुक्ति कराने की मांग की, जिससे आपरेशन मुस्कान चलाया जा सके।