- मेडिकल कॉलेज में पानी के लिए हाहाकार

- मरीज व तीमारदारों को करना पड़ा मुश्किलों का सामना

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में दो दिनों से पानी की किल्लत के चलते करीब 15 से ज्यादा ऑपरेशन टल चुके हैं। इस बीच मंगलवार को भी विभिन्न वार्डो में पानी की समस्या बनी रही। इसका सबसे अधिक खामियाजा ऑपरेशन का इंतजार कर रहे मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।

मरीजों की सांसत

पानी सप्लाई ठप होने के 48 घंटे बाद भी मेडिकल कॉलेज के नेहरू चिकित्सालय व आवासों में पानी का संकट बरकरार है। पानी के लिए यहां लोगों को फिलहाल सिर्फ एक हैंड पंप का सहारा है। इस कारण प्रथम, द्वितीय, तृतीय मंजिल पर एडमिट मरीजों के साथ तीमारदारों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही जनरल ओटी, गायनी और एक्स-रे आदि जांच भी पूरी तरह प्रभावित हो चुकी हैं। सूत्रों की मानें तो मेन पंप की मरम्मत कराने के लिए पिछले माह जिम्मेदारों को इसकी जानकारी दे दी गई थी। इसके बावजूद कार्य नहीं किया गया। इसी का नतीजा है कि ये समस्या खड़ी हुई है।

उदासीनता पड़ी भारी

तीस साल पहले वॉटर सप्लाई के लिए यहां ओवर हेड टैंक बनवाया गया था। टंकी में अधिक बालू आने से पाइप लाइन पूरी तरह जाम हो गई थी। इस कारण आवास और अस्पताल के वार्डो में पानी के साथ बालू निकल रहा था। इस बारे में तत्कालीन प्राचार्य डॉ। आरपी शर्मा से शिकायत की गई थी। उन्होंने टंकी का सर्वे कर जल निगम से इसकी सफाई कराने का निर्णय लिया। सफाई के समय ये भी कहा गया था कि मेन पंप खराब हो चुका है, इसकी मरम्मत कराई जाए। इस बीच तत्कालीन प्राचार्य का तबादला हो गया। इसके बाद किसी ने भी इस मामले पर ध्यान नहीं दिया। लिहाजा अब इतनी गंभीर समस्या खड़ी हो गई।

वर्जन

मेन पंप दुरुस्त कराने के बाद दोबारा फट गया। इस कारण ओवर हेड टैंक तक पानी नहीं पहुंच पा रहा था। हालांकि एक मोटर चला दिया गया। अन्य के लिए काम हुआ। देर शाम तक वॉटर सप्लाई शुरू करवा दी गई।

डॉ। एमक्यू बेग, एसआईसी