एफडीआई, टैक्स से राहत चाहते हैं व्यापारी, महिलाएं चाहती हैं महंगाई से राहत तो युवाओं की भी हैं अपेक्षाएं

ALLAHABAD: केंद्र की भाजपा सरकार अपने कार्यकाल का तीसरा आम बजट एक फरवरी को संसद में पेश करेगी। इस बजट से हर वर्ग ने अपने लिए कुछ विशेष की उम्मीद लगा रखी है। लोगों ने विशेष उम्मीदें लगा रखी हैं। व्यापारी एफडीआई और टैक्स के बोझ से राहत की मांग कर रहे हैं, महिलाएं महंगाई से राहत चाहती हैं तो युवाओं व बुजुर्गो की भी अपनी अपेक्षाएं हैं। देखना है कि सरकार लोगों की अपेक्षाओं पर कितना खरा उतरती है। आम बजट से व्यापारियों की क्या अपेक्षा है? इस मुद्दे पर सोमवार को आईनेक्स्ट ने व्यापारियों के साथ चर्चा की। इसमें व्यापारियों ने खुल कर अपनी बात और मांग रखी।

व्यापारी एफडीआई का विरोध कर रहे हैं। सरकार से व्यापारियों की यही मांग है कि इस बजट में एफडीआई की जगह लघु उद्योगों को बढ़ाने पर काम किया जाए।

विजय अरोड़ा

अध्यक्ष, प्रयाग व्यापार मंडल

सरकार एक तरफ कैश लेस की बात करती है, दूसरी तरफ स्वैपिंग पर दो परसेंट तक का चार्ज लग रहा है। बजट में इस चार्ज से व्यापारियों को छूट दिलाई जानी चाहिए।

प्रफुल्ल मित्तल

कृति साड़ीज

हमारे शहर में लघु उद्योग खत्म रहे हैं। इसलिए बजट में सरकार ऐसी व्यवस्था करे कि व्यापारियों को सरल ब्याज की सुविधा मिले। साथ ही छूट की सीमा बढ़ाई जानी चाहिए।

सरदार मंजीत सिंह

कपड़ा व्यापारी

टैक्स पर छूट की सीमा ढाई लाख से पांच लाख रुपये करनी चाहिए। साथ ही स्लैब रेट पांच से 10 लाख पर 10 परसेंट, 10 से 15 लाख पर 20 परसेंट और 20 लाख से उपर 30 परसेंट का टैक्स लगना चाहिए।

मो। कादिर

जिलाध्यक्ष, प्रयाग व्यापार मंडल

स्वैपिंग पर अभी भी टैक्स लग रहा है। इसे समाप्त करना चाहिए। साथ ही आय की सीमा बढ़ाते हुए नोटबंदी से प्रभावित व्यापारियों के लिए सरकार को विशेष छूट स्कीम लानी चाहिए।

जीडी सचदेवा

व्यापारी

सरकार को करेंट एकाउण्ट से कैश निकालने की सीमा और बढ़ानी चाहिए। साथ ही इनकम टैक्स जमा करने वाले व्यापारियों के लिए एक ऐसा कार्ड बनाना चाहिए, जिससे व्यापारी डेढ़ से दो लाख रुपये लेकर निकलें तो कोई पुलिस वाला उनसे पूछताछ न करे।

फैय्याज अहमद

आम बजट में सरकार सर्विस टैक्स बढ़ा सकती है। यह उम्मीद के विपरीत और गलत है। इस कदम से प्रत्येक व्यक्ति पर प्रभाव पड़ेगा। इंटरटेनमेंट महंगा होगा। व्यापार भी प्रभावित होगा।

सरदार जतिंदर सिंह

कपड़ा व्यापारी

सरकार जो भी बजट बनाए किसानों और व्यापारियों के हित को ध्यान में रखते हुए बनाए और पास कराए। जीएसटी पर व्यापारी नेताओं से बात कर फाइनल किया जाए। प्रयाग व्यापार मंडल ने जीएसटी में 32 खामी निकाली है, उसे दूर किया जाए।

अरुण केसरवानी

उपाध्यक्ष, प्रयाग व्यापार मंडल

गृहणियों की यह है मांग

महंगाई पर अंकुश लगाने वाला बजट पेश करना चाहिए

आयकर छूट की सीमा को बढ़ाई जानी चाहिए।

होम लोन समेत अन्य लोन की ब्याज दर घटाई जानी चाहिए।

सर्विस टैक्स की दर को कम किया जाना चाहिए

दवाइयां काफी महंगी हैं, इन्हें सस्ता किया जाना चाहिए

खान-पान की चीजों पर लगने वाला टैक्स घटाना चाहिए।

आयकर छूट की सीमा को साढ़े तीन लाख रुपये करना चाहिए।

कास्मेटिक वस्तुओं के दाम घटाए जाने चाहिए।

(शकीला खलिल)

पेंशनर्स को हैं उम्मीदें

पेंशनर्स को आयकर में विशेष छूट मिलनी चाहिए।

पेंशनर्स को मिलने वाली राशि के ढांचे में बदलाव की जरूरत है।

इलाज के लिए विशेष सुविधाएं होनी चाहिए।

कैशलेस इलाज की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।

पेंशनर्स को बैंक में पैसा जमा करने पर अधिक ब्याज मिलना चाहिए।

(श्याम सुंदर सिंह पटेल)

व्यापारियों ने की मांग

आयकर की सीमा ढाई लाख से बढ़ाकर साढ़े तीन लाख रुपये हो।

कृषि को बढ़ावा देने के लिए कृषि यंत्रों पर सब्सिडी देनी चाहिए व अन्य सहूलियत भी मिलनी चाहिए।

बैंकों को ब्याज दर में और कटौती करनी चाहिए। ताकि आम लोग भी ऋण प्राप्त कर सकें।

उत्पादन बढ़ाने के लिए खास प्रकार की स्कीम लानी चाहिए।

सर्विस टैक्स को घटाया जाना चाहिए।

क्या चाहते हैं छात्र

हमारा बजट समावेशी होना चािहए। शिक्षा के क्षेत्र में प्राइमरी एजुकेशन पर विशेष ध्यान देना होगा और क्योंकि एक शिखा के नींव प्राथमिक एजुकेशन होती है।

रवि राजभर

किसान कर्ज माफी, युवाओं के लिए रोजगार और रोजमर्रा के सामान पर कर में छूट की व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए।

अनुज शर्मा

आम बजट युवाओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाते हुए, फीस वृद्धि पर रोक, सस्ते गैजेट्स आदि व्यवस्थाओं पर ध्यान देना चाहिए।

दीप द्विवेदी

शिक्षा और बेरोजगारी को बढ़ावा न देकर छात्रों के प्रति सहानुभूति बनाई जाए। शिक्षा के क्षेत्र में मेधावी छात्रों को बाहर पढ़ने के लिए अनुदान और प्रोत्साहन दिया जाए।

रिंकू पयासी