यह है ऑपरेशन सर्जरी

एसएसबी नेपाल बॉर्डर पर सुरक्षा के साथ-साथ सामाजिक कार्य भी करती है। इसी क्रम में ऑपरेशन सर्जरी भी बड़ी पहल है। इसमें ऐसे बच्चों की तलाश की जाती है जो जन्म से पीडि़त होते हैं। उनके होठ या तालू फटे होते हैं। परिवार वाले भी अज्ञानता और गरीबी के कारण उनका इलाज नहीं करा पाते हैं। इस परेशानी से बच्चों को बोलने के साथ अन्य कई दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है।

बॉर्डर क्षेत्र से 40 बच्चे सर्जरी के लिए है तैयार

एसएसबी ने बॉर्डर क्षेत्र के ऐसे 40 बच्चों को तलाशा है जो जन्म से शारीरिक असमानता की दुश्वारियां झेल रहे थे। एसएसबी के अधिकारियों का कहना है कि काफी दिनों से प्रयास करने के बाद 40 बच्चों को तलाशा गया है जिनके होंठ और तालू कटे-फटे हैं।

एसएसबी करेगी स्पांसरशिप

ऑपरेशन सर्जरी के लिए एसएसबी स्पांसरशिप करेगा। अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए सोमवार का दिन निर्धारित किया गया है। कुर्जी हॉली फेमिली हॉस्पिटल और राबिया बसरी हॉस्पिटल में 40 बच्चों की प्रशिक्षिति सर्जनों से सर्जरी कराने का काम किया जाएगा। एसएसबी के इस काम में उसके साथ प्रमुख रूप से स्माइल टे्रन वेल्फेयर संस्था भी भागीदारी निभाएगी।

एसएसबी डीजी का दो दिवसीय दौरा आज से

सशस्त्र सीमा बल के डीजी बीडी शर्मा दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को बिहार में पटना फ्रांटियर आ रहे हैं। सोमवार और मंगलवार का उनका कार्यक्रम है। वह बार्डर क्षेत्र के भतीजुल्लाह में आउट पोस्ट बिल्डिंग का उद्घाटन करेंगे तथा नरकटियागंज के साथ हेडक्वार्टर पर हॉस्पिटल के लिए भूमि पूजन करेंगे। दो दिनों में वह जवानों की कार्य प्रणाली के बारे में भी जानकारी हासिल करेंगे और सुरक्षा और सामाजिकता का टिप्स भी देंगे।

रिमोर्ट बॉर्डर एरिया के 40 बच्चों को चिन्हित किया गया है जो जन्म से ऐसी समस्या से पीडि़त हैं। उनका ऑपरेशन कराया जाएगा और परिवार को मदद की जाएगी।

-एन.सी शर्मा, असिस्टेंट, पब्लिसिटी ऑफिसर, एसएसबी