RANCHI: रिम्स ऑडिटोरियम में झारखंड आर्थोपेडिक एसोसिएशन के एनुअल कान्फ्रेंस का समापन हो गया। वहीं अगला कान्फ्रेंस जमशेदपुर में आयोजित किया जाएगा। इससे पहले तीन दिन तक चले इस कांफ्रेंस में देशभर से आए एक्सप‌र्ट्स ने अपने एक्सपीरियंस शेयर किए। साथ ही नई तकनीकों से भी अवगत कराया। इतना ही नहीं, आर्टिफिशियल बोन की मदद से हड्डियों को जोड़ने की भी तकनीक बताई गई। जिसका फायदा इलाज के लिए आने वाले मरीजों को मिलेगा।

पीजी क्विज में दिखाया दम

एनुअल कान्फ्रेंस के तीसरे दिन अलग-अलग मेडिकल कॉलेज से आए पीजी स्टूडेंट्स ने अपना रिसर्च पेपर प्रेजेंट किया। इसके बाद आर्गनाइजिंग कमिटी ने पीजी क्विज का आयोजन किया। जहां पीजी पेपर में डॉ। विनीत विवेक फ‌र्स्ट, सेकेंड डॉ। अंकुर ओझा और पीजी क्विज में डॉ। सुधांशु व डॉ सत्येंद्र को फ‌र्स्ट, बीजीएच बोकारो के डॉ सीराज, डॉ दीपक को सेकेंड पोजीशन मिला।

रिम्स में टल सकती है ओपन हार्ट सर्जरी

रिम्स में लंबे समय के बाद ओपन हार्ट सर्जरी शुरू तो हो गई लेकिन ऑपरेशन के लिए जरूरी हार्ट लंग मशीन का टेंडर कैंसिल कर दिया गया है। ऐसे में एक बार फिर हार्ट की सर्जरी के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। चुकी टेंडर कैंसिल करने के बाद डेमो मशीन देने वाली कंपनी ने ज्यादा दिनों तक मशीन देने से इनकार कर दिया है। कंपनी ने इसी शर्त पर रिम्स को डेमो मशीन उपलब्ध कराई थी कि हॉस्पिटल में उसी कंपनी की मशीन लगाई जाए। अब नए सिरे से हार्ट लंग मशीन के लिए टेंडर निकाला जाएगा। ऐसे में मशीन देने वाली मैके कंपनी अपनी मशीन वापस ले जाएगी। वहीं ऑपरेशन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले छोटे-मोटे इक्विपमेंट्स खरीदने के लिए भी रिम्स के पास फंड नहीं हैं।