- 33 केवी लाइन के ब्रेक डाउन होने से बांसगांव, धुरियापार और विधनापार उपकेन्द्र की सप्लाई ठप

- 15 घंटे गर्मी से परेशान रहे लोग, पानी की हुई दिक्कत

BANSGAON: बांसगांव विद्युत उपकेन्द्र के समीप 33 केवी की लाइन के ब्रेक डाउन हो जाने से बांसगांव सहित तीन उपकेन्द्रों के करीब 600 गांवों में 15 घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। रविवार को रात में ही गायब बिजली सोमवार को शाम 5 बजे आई। बांसगांव धुरियापार और विधनापार विद्युत उपकेंद्रों से जुड़े लोगों की रात अंधेरे में कटी तो दिनभर गर्मी से परेशान रहे। न बल्ब जले, न पंखे चले। मोटर नहीं चलने से पानी के लिए भी हाहाकार की स्थिति रही। वहीं अधिकारियों की लापरवाही ऐसी कि सूचना के बाद भी मुकामी अवर अभियंता या कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। सोमवार को शाम 5 बजे फॉल्ट दूर हुआ और आपूर्ति शुरू हुई।

रात 2 बजे ब्रेक डाउन

बांसगांव विद्युत उपकेन्द्र पूरी तरह प्राइवेट कर्मचारियों के सहारे है। बीती रात करीब 2 बजे बांसगांव उपकेन्द्र परिसर में लगे 33 केवी मेन लाइन का एक तार पांच-छ: पोलों से नीचे गिर जाने से लाइन ब्रेकडाउन में चली गई। जिससे बांसगांव सहित धुरियापार तथा बेलघाट के विधनापार उपकेन्द्र की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। एसएसओ ने इसकी सूचना अवर अभियंता तथा एसडीओ को दी। मगर कोई अधिकारी मौके पर पहुंचना मुनासिब नहीं समझा।

लापरवाह हैं अधिकारी

विभागीय नियमों के अनुसार मेन लाइन का ब्रेकडाउन अटेंड करने के लिये अधिकारियों का मौके पर मौजूद रहना आवश्यक होता है। ताकि उनकी देखरेख में लाइन का काम तकनिकी तौर पर दुरुस्त हो सके। लेकिन अधिकारियों की गैर मौजूदगी में प्राइवेट कर्मचारियों ने जैसे-तैसे लाइन दुरुस्त की। 15 घंटे बाद शाम पांच बजे विद्युत आपूर्ति बहाल की जा सकी।

विभाग को कोसते रहे लोग

URUVA BAZAR: धुरियापार विद्युत उपकेन्द्र के अंतर्गत ही 223 गांव आते हैं। इन गांवों में रात 2 बजे बत्ती गुल हुई तो फिर नहीं आई। बाद में पता चला कि बांसगांव के पास 33 केवी लाइन के ब्रेक डाउन होने के कारण आपूर्ति ठप हो गई है। लोगों ने इंतजार में पूरी रात काट दी कि अब फॉल्ट दूर होगा। सुबह हुई तो उम्मीद थी कि समस्या दूर हो जाएगी लेकिन शाम 5 बजे जाकर आपूर्ति मिल सकी। तीन-तीन उपकेन्द्र ठप हो जाने से इन क्षेत्रों में बिजली पर आधारित व्यवसाय प्रभावित रहे। कस्बों में मोटर नहीं चल पाने के कारण पानी के लिए हाहाकार की स्थिति रही।

3000 घरों में चार दिन रहा अंधेरा

- चरगांवा ब्लॉक के सिक्टौर फीडर में 14 अप्रैल को आग लगने से ठप हो गई थी सप्लाई

SARAHRI: चरगांवा ब्लॉक के सिक्टौर फीडर से जुड़े करीब 3000 उपभोक्ताओं के घर चार दिन तक अंधेरा रहा। मंगलवार को सप्लाई शुरू हो पाई। 14 अप्रैल को ही फीडर में आग लग गई थी और बिजली सप्लाई ठप हो गई थी। इस फीडर से बालापार, देवीपुर, बैजनाथपुर, सोनबरसा, जीतपुर, परमेश्वरपुर, रामपुर, गोपालपुर, सियारामपुर, महराजगंज, ठाकुरपुर आदि गांवों में बिजली सप्लाई की जाती है। गांवों के लोगों का कहना था कि इस फीडर से शहरी इलाके में भी सप्लाई दी जाती है लेकिन वहां 12 घंटे बाद ही सप्लाई दे दी गई। वहीं चार दिन बीतने के बाद गांव के उपभोक्ताओं को बिजली मिल पाई।