- डीडीयूजीयू के इतिहास डिपार्टमेंट के पास चीफ प्राक्टर ने पकड़ा प्रेमी युगल को

- उलझ गया प्रेमी, चीफ प्राक्टर के हाथ में लगी चोट

- कैम्पस में बाहरियों पर सख्ती के बाद आए दिन हो रहा हंगामा

- होमगा‌र्ड्स की लापरवाही से कैम्पस में प्रवेश कर रहे बाहरी

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू कैंपस में बाहरियों की मनमानी रोकने में लगे चीफ प्राक्टर के निशाने पर अब ऐसे प्रेमी युगल भी आ गए हैं जो कैम्पस में एकांत पाकर पहुंच जाते हैं। बुधवार को चीफ प्राक्टर ने ऐसे ही एक प्रेमी युगल को प्राचीन इतिहास विभाग के पास पकड़ा। चीफ प्राक्टर ने आई कार्ड मांगा तो युवक उन पर ही बिगड़ गया। चीफ प्राक्टर ने कैम्पस से बाहर हो जाने के लिए कहा तो वह बहस करने लगा। नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। इस क्रम में चीफ प्राक्टर के हाथ में चोट लग गई। किसी तरह प्रेमी युगल को कैम्पस से बाहर किया गया। इस मामले के बाद चीफ प्राक्टर ने हिंदी डिपार्टमेंट की तरफ तैनात होमगार्ड के खिलाफ कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारी को पत्र लिखा है।

कैम्पस में एंट्री को लेकर है सख्ती

आई नेक्स्ट के रिएल्टी चेक में डीडीयूजीयू कैम्पस में सुरक्षा में लापरवाही की बात उजागर होने के बाद हरकत में आया विश्वविद्यालय प्रशासन अब सुरक्षा को लेकर सख्त हो गया है। इसी के साथ कैम्पस में बाहरियों की एंट्री पर भी रोक लगा दी गई है। लेकिन आदतन बाहरी लड़कों के साथ ही प्रेमी युगल भी कैम्पस में पहुंच जा रहे हैं। इसके लिए वे पिछले गेट का उपयोग कर रहे हैं, जहां सुरक्षा के बंदोबस्त नहीं हैं। इसी के चलते यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैफेटेरिया को भी ट्रांसफर करने का मूड बना लिया है क्योंकि वहां बाहरियों का जमावड़ा लग रहा है।

निरीक्षण में पकड़ा

मेन गेट पर एंट्री को सख्त किए जाने के बाद चीफ प्राक्टर कैम्पस में भी व्यवस्था दुरुस्त करने में लगे हैं। इसके लिए वह निरीक्षण कर कैम्पस में बाहरियों की जांच कर रहे हैं और उन्हें बाहर का रास्ता दिखा रहे हैं। बुधवार को सुबह 10.30 बजे चीफ प्राक्टर निरीक्षण करने निकले तो प्राचीन इतिहास डिपार्टमेंट के पास दो प्रेमी युगल नजर आ गए। कैम्पस में इस तरह की हरकत पर आपत्ति जताते हुए पहले चीफ प्राक्टर ने युवक का परिचय जानने के लिए उससे आई कार्ड मांगा तो वह उल्टे ही तू-तू मैं-मैं करने लगा।

नहीं दिखा पाया आई कार्ड

प्रेमी युगल आईकार्ड नहीं दिखा पाए तो चीफ प्राक्टर ने उन्हें दोबारा कैम्पस में एंट्री नहीं करने की बात कहते हुए बाहर जाने को कहा। इस पर युवक गुस्सा गया और वह प्राक्टर से ही उलझ पड़ा। मामला इतना बढ़ गया कि जमकर कहासुनी हुई और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। इस बीच धर पकड़ में चीफ प्राक्टर की कलाई में चोट लग गई।

होमगार्ड के खिलाफ लिखा

प्राचीन इतिहास विभाग के बगल में ही हिंदी विभाग है। वहां पर एक होमगार्ड की तैनाती रहती है। इसके बाद भी वहां इस तरह की हरकत होने पर चीफ प्राक्टर ने तैनात होमगार्ड के खिलाफ संबंधित अधिकारी को पत्र लिखा है। हिंदी डिपार्टमेंट की तरफ के एंट्री गेट से बिना आई कार्ड चेकिंग लोगों के अंदर आने के कारण ही इस तरह की दिक्कत हो रही है।

यूनिवर्सिटी कैंपस में अनुशासन बनाए रखने की कोशिश की जा रही है लेकिन इसमें सुरक्षा गार्ड से सहयोग नहीं मिल रहा। इनकी तैनाती में उच्चाधिकारियों की ओर से लापरवाही की जा रही है। एंट्री गेट पर ही बाहरियों को रोकने का निर्देश दिया गया है, इसके बाद भी कैम्पस में कैसे बाहरी प्रवेश कर जा रहे हैं। इसमें होमगा‌र्ड्स की लापरवाही है।

- डॉ। सतीश चन्द्र पांडेय, चीफ प्राक्टर

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सहायक कंपनी कमांडर ही वर्दी में नहीं

यूनिवर्सिटी की सुरक्षा के लिए 186 होमगा‌र्ड्स तैनात हैं लेकिन वे अपनी ड्यूटी के प्रति सजग नहीं हैं। इस कारण यूनिवर्सिटी प्रशासन की मनाही के बाद भी बाहरी कैम्पस में प्रवेश कर जाते हैं और आए दिन हंगामा होता है। चीफ प्राक्टर ने संबंधित अधिकारी को पत्र लिखकर कहा है कि होमगार्ड के सहायक कंपनी कमांडर ही वर्दी में नहीं रहते। निरीक्षण के दौरान जब उन्हें बिना वर्दी देखा तो पूछने पर वह इसका कारण नहीं बता पाए। जब कंपनी कमांडर को ही नियमों की चिंता नहीं तो उनके मातहत भला कैसे सही काम करेंगे। चीफ प्राक्टर ने कंपनी कमांडर की भी शिकायत अधिकारियों से की है।