जेनरेटर व्यापारी ने साढ़े 13 लाख रिकवरी का नोटिस किया चस्पा

चिकन सप्लायर्स और लांड्री के भी लाखों रुपये बकाया

Meerut। होटल हारमनी के मामले में होटल के साथ मिलकर अपना कारोबार करने वाले शहर के व्यापारियों को लाखों रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है। हालत यह है कि अपने बकाये के लिए व्यापारी होटल के चक्कर लगा रहे है,ं लेकिन रिलायंस कैपिटल ने भी भुगतान करने में हाथ खडे़ कर दिए हैं। एके इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रोपराइटर अजित शर्मा ने बताया कि करीब 9 माह से जेनरेट का किराया नही दिया गया। बीच में जो चेक से भुगतान हुआ वह चेक भी बाउंस हो गए। नीलामी प्रक्रिया से पहले बकाये का भुगतान का नोटिस चस्पा किया गया है।

जेनरेटर कारोबारी का बकाया

होटल हॉरमनी पर इमरजेंसी में पॉवर सप्लाई के लिए हनुमानपुरी स्थित ए के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल द्वारा जेनरेटर किराये पर लगाया हुआ था। प्रति करीब सवा लाख रुपए किराये पर तय हुए इस फर्म का जुलाई 2017 से मार्च 2018 तक किराया करीब 13 लाख 35 हजार रुपए होटल मालिक पर बकाया है। इसमें तीन लाख रुपए का जेनरेटर प्लेटफार्म शामिल है।

रिलायंस कैपिटल से नही मिली राहत

जेनरेटर कारोबारी ने होटल हॉरमनी नीलाम करने वाले रिकवरी कंपनी रिलायंस कैपिटल से अपना बकाया दिलाने की मांग की लेकिन कंपनी ने बकाया देने से मना कर दिया। इस पर अब व्यापारी अपने बकाये के लिए कानूनी तरीके से नोटिस चस्पा कर बकाये की मांग कर रहे हैं।