आनन-फानन में खटिया पर लेकर दौड़े

इन लोगों को किसी तरह निकालकर इलाज के लिए भेजा गया। एक महिला को तो लोग आनन-फानन में खटिया पर लेकर दौड़े। घायलों में कई बच्चे शामिल हैं। हांलाकि डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने किसी के भी डूबने की बात से इंकार किया है और कहा है कि सभी लोगों को बचा लिया गया है। हालांकि अभी भी लोगों की तलाश जारी है।

अचानक से हुआ हादसा

शाम करीब पौने पांच बजे दीघा से यात्रियों से भरी नाव नकटा दियरा के लिए चली। स्थानीय लोगों की मानें, तो इस पर करीब 60 से 70 लोग सवार थे। इसी बीच, गंगा में एक और खाली नाव जो मनेर बालू लाने जा रहा था। वह भी उसके पास से ही गुजर रही थी। इसी दौरान गंगा में आये लहरों की उफान ने उस खाली नाव को ऐसे उछाला कि वह पास से गुजर रही नाव से टकरा गई। पहले से ओवर लोड नाव टूट गई ओर अचानक से वहां पानी के अंदर जाने लगी। इसके बाद तो वहां कोहराम मच गया। स्थानीय लोगों ने हिम्मत दिखाई और सभी जुट गई लोगों को बचाने में। कुछ जो तैरना जानते थे वो खुद से बाहर निकल गये जबकि कई लोगों को वहां के लोगों ने निकाला।

एनडीआरएफ की टीम लगी रही

घटना की जानकारी के बाद एनडीआरएफ की टीम के 20 जवानों को दो मोटरवाहन के साथ लगाया गया था। थाना और एडमिनिस्ट्रेशन के सीनियर आफिसर्स भी पहुंच चुके थे। कई लोगों को बाद में निकाला गया। देर शाम तक नकटा दियरा के लालबाबु राय की बहू प्रियंका देवी और बालेश्वर राय की पत्नी पशपतिया देवी का पता नहीं चल सका था। उसकी फैमिली के लोग उसे ढूंढ रहे थे।

अपने लोगों को खोज रहे थे

उनकी डेडबॉडी भी नहीं मिली थी। स्थानीय लोगों की मानें, तो कई लोग डूबे हैं, लेकिन डेडबॉडी नहीं मिल रही। आसपास के पहचान वाले तो आकर अपने लोगों को खोज रहे थे। वैसे डूबने वालों की संख्या बढ़ सकती है। दूसरी ओर डीएम डॉ एन सरवन कुमार ने बताया कि सभी लोगों को बचा लिया है। डूबने की कोई बात नहीं है। एनडीआरएफ की टीम लगी है। हादसा कैसे हुआ इसकी जांच की जायेगी। नाव ओवर लोडेड थी, दुर्घटना कैसे हुई इन सभी हर पहलूओं पर पड़ताल होगी।

डूबने की आशंका

1. पशपतिया देवी, पत्नी बालेश्वर राय, नकटा दियरा

2. प्रियंका देवी, बहू लाल बाबुराय, नकटा दियरा

(डेडबॉडी देर शाम तक नहीं मिली थी)

 पीएमसीएच में एडमिट

1. मीना देवी

2. नीलम देवी

3. ब्रजेश

4. सलोमी (दोनों नीलम के बच्चेंक्र)

5. फुलकुमारी देवी

6. मुस्कान (फुलकुमारी की बेटी)