Nutritional status में  substandard है झारखंड
झारखंड में हुई एक स्टडी के मुताबिक फैमिली साईज के साथ ही मां व बच्चे के न्यूट्रिशनल स्टेटस में एक सिग्निफिकेंट रिलेशनशिप पाया गया। हालांकि गल्र्स व ब्वॉयज के हेल्थ स्टेटस में कोई डिफरेंस भी नहीं मिला। इसके साथ ही मालन्यूट्रिशन के मामले ज्यादा पाए गए। स्टडी के मुताबिक झारखंड न्यूट्रिशन स्टेटस के मामले में सब स्टैंडर्ड पाया गया।

हर 3 में से 1 हो रहा over weight
कंट्री में हर तीन में से एक ओवरवेट का शिकार हो रहा है। एसी नेलसन द्वारा किए गए एक सर्वे के मुताबिक 15 से 19 साल की एज ग्र्रुप के केवल 13 परसेंट ही ओबेस मिले। हैरत की बात यह है कि केवल बच्चे ही नहीं हर सेकेंड 50 साल से ज्यादा एज के लोग ओवरवेट हो रहे हैं।

20 percent school going children obesity की कतार में
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार लगभग 20 परसेंट स्कूल गोइंग चिल्ड्रेन ओवरवेट होने की कतार में हैं। सर्वे के मुताबिक वल्र्ड के डेवलप्ड कंट्री में आश्चर्यजनक रुप से ओबेसिटी के मामले बढ़ रहे हैं और कंट्री भी इसमें पीछे नहीं है।

Obesity के कारण हो रही कई problem
ओबेसिटी का कारण है लोगों का फिजिकल वर्क नहीं करना और ज्यादा आराम पसंद होना। ओबेसिटी की वजह से कई तरह की बीमारियां भी सामने आ रही हैं। इनमें टाइप 2 डायबिटिज, ऑस्टियोआथ्र्राइटिस, हाइपरटेंशन के अलावा फीमेल में ब्रेस्ट कैंसर, यूटेरस कैंसर, इंफर्टिलिटी के मामले भी कॉमन हैं। इसके बावजूद लोग अपने बढ़ते वेट को लेकर चिंतित नहीं हैं और न ही उसे कंट्रोल करने की दिशा में कोई प्रयास कर रहे हैं।

क्या है body mass index ?
किसी मेल या फीमेल के किलोग्र्राम में वेट को उसकी हाइट (मीटर स्क्वायर) से डिवाइड कर बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स कैलकुलेट किया जाता है। बीएमआई का यूज ओबेसिटी का पता करने के लिए किया जाता है।

Do you know ?

क्या हैं obesity के कारण?

  • लोगों का फूड हैबिट बिगड़ गया है.
  • खान-पान पर ध्यान नहीं देते और पास्ट फूड व रेडिमेड फूड पर ज्यादा जोर दे रहे है.
  • एनर्जी फूड व ज्यादा स्वीट खाना भी ओबेसिटी को बढ़ाता है.
  • फूड हैबिट बिगडऩा व फिजिकल एक्टिविटी का न होना भी ओबेसिटी का कारण है.
  • लोग ज्यादा लग्जरियस होते जा रहे है.
  • अल्कोहल का ज्यादा यूज करना भी ओबेसिटी को बढ़ाता है.

'आज लोग ज्यादा आराम पसंद हो गए है। मेहनत कम हो रहा है साथ ही लोग खान पान पर भी ध्यान नहीं दे रहे है। इस कारण लोग ओबेसिटी के शिकार हो रहे है। सेंट्रल ओबेसिटी खराब है, हालांकि पूरी बॉडी के हिसाब से वेट बढ़ता है तो वह उतना खराब नहीं कहा जा सकता.'
-डॉ निर्मल कुमार, फीजिशियन

Report by: jamshedpur@inext.co.in