दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की रफ्तार पड़ी धीमी

काशी गांव में ओवरब्रिज का रुका, लैंड फिलिंग में आड़े आ रही फसल

Meerut। केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर एनएचएआई की लापरवाही भारी पड़ रही है। सरकार ने एक ओर जहां एनएचएआई को मार्च 2019 तक निर्माण का लक्ष्य दिया है, तो वहीं निर्माण कार्य की गति देखकर नियत समयावधि में एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। काशी गांव में ओवरब्रिज का निर्माण कार्य ठप पड़ा है तो वहीं खेतों में फसल खड़ी होने के चलते लैंड फिलिंग नहीं हो पा रही है।

अटका ओवरब्रिज का निर्माण कार्य

परतापुर पर इंटरचेंज हो या काशी गांव में ओवरब्रिज का निर्माण कार्य, एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की स्पीड में ब्रेकर आड़े आ रहे हैं। नेशनल हाइवे आथॉरिटी ऑफ इंडिया केंद्र सरकार द्वारा दी गई डेडलाइन को पूरा नहीं कर पा रहा है। एक ओर केंद्र सरकार लोकसभा चुनाव से पहले एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण की योजना बना रही है तो वहीं डासना से परतापुर तक निर्माण कार्य आरंभ भी नहीं हो सका है। काशी गांव को खरखौदा से जोड़ने वाली लिंक रोड पर ओवरब्रिज का काम अधर में अटका है तो वहीं ज्यादातर पैच में अभी लैंड फिलिंग का कार्य आरंभ नहीं हुआ है।

नहीं हो पा रही लैंड फिलिंग

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के अंतिम और फोर्थ फेस में डासना से मेरठ तक सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है। केंद्र सरकार द्वारा एक्सप्रेस-वे के लिए अगस्त 2019 डेडलाइन दी गई है जबकि निर्माण कर रही कंपनी ने केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर मार्च 2019 तक सड़क के निर्माण का दावा किया है। मौके पर स्थिति यह है कि ज्यादातर जगहों पर लैंड फिलिंग का काम पूरा नहीं हो सका है। इसके पीछे खेतों में गेहूं, गन्ना एवं अन्य फसलों का खड़ा होना बताया जा रहा है।

आरओबी पर नहीं काम नहीं

ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे में दो रेल ओवर ब्रिज यानि आरओबी बनने हैं। एक परतापुर के पास तो दूसरा डासना के निकट। दोनों ही आरओबी का निर्माण कार्य अभी आरंभ नहीं हो सका है जबकि यह कार्य दिसंबर माह में शुरू होना था। फिलहाल यहां की मिट्टी टेस्टिंग आदि का काम अंतिम चरण में है। इसके रिपोर्ट लगने के बाद ही रेलवे की ओर से निर्माण की मंजूरी मिलेगी। बता दें कि मेरठ से डासना के बीच कुल 92 स्ट्रक्चर्स पर काम होना है। जिसमें रेलवे ओवर ब्रिज, मेजर ब्रिज, माइनर ब्रिज, व्हीकल अंडर पास, इंटरचेंज फ्लाईओवर का निर्माण होना है। एनएचएआई ने अब तक इनमें से 30 स्ट्रक्चर पर ही काम शुरू कर पाया है।

नियत समय पर एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। विभिन्न स्ट्रक्चर्स पर तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। काशी में ओवरब्रिज पर एक-दो दिन में निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।

किशोर कान्याल, परियोजना अधिकारी, एनएचएआई