Lucknow: सीबीएसई के क्लास 12वीं के बोर्ड एग्जाम एक मार्च से शुरू हो रहे हैं। ऐसे में एग्जाम फीवर तो हर स्टूडेंट पर चढ़ता है। इस फीवर से निपटने के लिए नुस्खों की भी कमी नहीं पर इन यंगस्टर्स ने अपने ही तरीके निकाल रखे हैं। इस बार के एग्जाम के लिए भी इन स्टूडेंट्स ने कमर कस ली है।
संकटमोचन हनुमान
तेज बहादुर रानी लक्ष्मीबाई स्कूल के स्टूडेंट हैं। इधर एग्जाम नजदीक आने के साथ ही उनकी मंदिर जाने की फ्रीक्वेंसी काफी बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि एग्जाम फीवर जैसी कोई चीज नहीं है। इतना प्रेशर वो कभी फील नहीं करते। बीच में ही उनके फ्रैंड्स बोल पड़ते हैं कि तेज बहादुर तो सब रट डालेगा। रटने में वो बड़ा तेज है। और तेज स्माइल देते हुए इसे एक्सेप्ट करते हैं.
उनके अनुसार पहला पेपर इंग्लिश का है और मैंने लगभग सबकुछ रट डाला है। मंदिर जाना अपना कान्फीडेंस मेनटेन करने के लिए है। बचपन से ही बताया गया है कि हनुमान जी संकटमोचन हैं तो उनके पास जाकर थोड़ा रिलैक्स हो जाता हूं। वैसे अपने हनुमान पर भरोसा करने वाले वो अकेले नही हैं। उन्हीं के साथ के अंकित नायक भी बजरंगबली का सुंदरकांड पढ़कर खुद को स्ट्रेस फ्री करते हैं। हां एग्जाम टाइम में वो इधर-उधर का खाना भी अवाइड करते हैं ताकि कोई हेल्थ की प्राब्लम से दो चार न होना पड़े.
गर्लफ्रैंड बनती है सहारा
संकल्प का फंडा इसमें से कुछ डिफरेंट है। जहां और स्टूडेंट्स एग्जाम टाइम में गर्लफ्रेंड को कम टाइम देकर स्टडी पर ध्यान देते हैं वहीं संकल्प पढ़ते-पढ़ते बोर होते ही गर्लफ्रैंड को फोन मिला बैठते हैं। फंडा सीधा है स्टडी की टेंशन तो गर्लफ्रैंड के साथ रोमांटिक बातों से ही छू मंतर हो सकती है न। वहीं आशीष पार्क में घूमकर रिलैक्स हो जाते हैं और फिर स्टडी कान्टीन्यू। फ्रेश एयर उनके लिए सबसे बेहतर मूड फ्रेशनर का काम करती है.
चिली से चिल का फंडा
एग्जाम्स फीवर में लेट नाइट स्टडी तो कॉमन ट्रेंड है पर लेट नाइट में जगने के लिए सबका अपना फंडा है। नवयुग रंडियंस की स्टूडेंट कीर्ति लेट नाइट में जगने के लिए कलासिक ट्रेंड अपनाती हैं। यानी चाय पीयो ताजगी की लाइफ जियो। हां, चाय में दूध न हो तो बेहतर, ब्लैक टी से स्टडी टाइम के ब्लूज भी गायब हो जाते हैं.
पर केन्द्रीय विद्यालय की विदुषी तो रात को जगने के लिए बिलकुल चटपटी ट्रिक अपनाती हैं। अपनी नींद भगाने के लिए वे तीखे का सहारा लेती हैं। बस तीखी चीजें खाओ, नींद भगाओ, चिल होके पढऩे लग जाओ.
मोबाइल, मैसेज और गाने
स्ट्रेस भगानी हो तो गानों से बेहतर कोई और उपाय है क्या? एग्जाम फीवर से निपटने की बात आते ही शिखा हवा में यह क्वेश्चन उछाल देती हैं। उन्होंने बताया कि धीमी आवाज में म्यूजिक चल रहा हो तो आप घंटों स्टडी करें कोई फर्क नहीं पड़ता। जब बोर होने लगे तो थोड़ा गुनगुना लिया और फिर स्टडी चालू.
केन्द्रीय विद्यायल की स्टूडेंट सदफ भी म्यूजिक पर भरोसा करती हैं पर हां स्टडी के साथ नहीं। इसके साथ वे मोबाइल पर गेम भी खेल लेती हैं। वहीं पूजा स्टडी से बोर होते ही मोबाइल उठा लेती हैं और मैसेजेज भेजना शुरु। सारे फ्रैंड्स को मैसेज भेज कर वापस आ जाओ पढ़ाई के लिए।
ये हैं जुदा जुदा
इन सबसे जुदा भी कई तरीके हैं जनाब। अब सुमित को ही लें वे पढ़ते समय बालों में कंघी करते रहते हैं। उनका मानना है कि इससे स्ट्रेस धीरे धीरे सर से नीचे उतरती जाती है। वहीं देवेन्द्र के तरीके और भी अलग अलग हैं। अधिक बोरियत होने लगे तो जोर से चिल्ला लो, सर के बाल नोच डालो। देर रात में पढ़ते समय नींद आ रही हो तो डांस करो और चाय के साथ स्नैक्स लो। और भी न जाने क्या क्या?

Reported By: Kaushalendra Vikram