आरटीओ कर रहा अनदेखी, चल रही ओवरलोडिंग

शहर से चलने वाली बसों की छत को बना देते गोदाम

GORAKHPUR:

प्रदेश में रोजाना बसों से हादसे हो रहे हैं। कभी ओवरलोडेड वाहनों के संचलन से कभी नियमों की अनदेखी का खामियाजा लोग अपनी जान देकर चुका रहे हैं। ओवरलोड वाहनों के हादसों के शिकार होने पर जिम्मेदार भले जागे लेकिन जांच पड़ताल में तमाम चीजों को दरकिनार कर दिया जा रहा है। कुशीनगर हादसे के बाद स्कूली वाहनों के खिलाफ अभियान चला रहा आरटीओ, पैंसेजर बसों में हो रही ओवरलोडिंग को नजरअंदाज कर रहा है। आरटीओ अधिकारियों का कहना है कि यात्री वाहनों में ओवरलोडिंग के खिलाफ भी अभियान चलाया जाएगा। चालान और जुर्माना के साथ-साथ वाहनों को सीज करने की कार्रवाई होगी।

छतों पर लदा सामान, बड़ा खतरा बरकरार

यात्री बसों में तय सीटों और यात्रियों के अलावा अतिरिक्त यात्रियों को बैठाना मोटर व्हीक्ल एक्ट का उल्लंघन है। किसी भी बस में यात्रियों के ज्यादा होने पर जुर्माना लेने के साथ-साथ परमिट कैंसिल करने का नियम है। लेकिन यात्रियों की बात तो छोड़ दीजिए। बसों के ड्राइवर और कंडक्टर छतों पर जमकर सामान भी लाद रहे हैं। यात्री बसों के ऊपर सामान लादना नियमों के खिलाफ है। इससे हमेशा एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है। एक ओर रोडवेज अपनी बसों से सीढि़यां निकालने में लगा है तो प्राइवेट बसों को लोडिंग वाहन बना दिया गया है। आरटीओ से जुड़े लोगों का कहना है कि यात्रियों के वजन का सिर्फ 15 फीसदी सामान ही छतों पर ले जाया जा सकता है। लेकिन इस बात को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। इस नियम के उल्लंघन पर पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाने का प्राविधान है।

पैंसेजर्स को होता ये नुकसान

हर पल बस के पलटने का खतरा बना रहता है।

सामान चढ़ाने उतारने के लिए बसें बार-बार रुकती हैं।

ड्राइवर और कंडक्टर्स की मनमानी से लोग परेशान होते हैं।

यात्री के वजन का 15 प्रतिशत सामान ढोने का नियम है।

सामान के लिए कंडक्टर अतिरिक्त किराया मांग करते हैं।

बॉक्स

शहर में हुई चेकिंग, लगाया शिविर

ट्रैफिक पुलिस की ओर से शहर में ड्राइवर की जांच के लिए श्वास जांच एवं स्वास्थ्य जागरूकता शिविर लगाया गया। ट्रैफिक कार्यालय पर लगे शिविर में पुलिस कर्मचारियों और वाहन चालकों की जांच पड़ताल की गई। इसके अलावा स्कूलों में जागरूकता अभियान भी चलाया गया। यातायात नियमों के पालन को लेकर टीएसआई जगनारायण ने बच्चों को जानकारी दी। उधर आरटीओ की ओर से शहर में स्कूली वाहनों की जांच का अभियान चला। इस दौरान नौ वाहनों में ओवरलोडिंग का मामला मिला। जबकि मानक के खिलाफ मामला पाए जाने पर 12 स्कूली वाहनों का चालान काटा गया। आरटीओ ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।

गोरखपुर से इन रूटों पर चलती है बसें

महराजगंज, सोनौली, देवरिया, कुशीनगर, पडरौना, बड़हलगंज, फरेंदा, खलीलाबाद

वर्जन

पैंसेजर के साथ मौजूद सामान को लादा जा सकता है। लेकिन किसी व्यवसायिक सामान को लादना गलत है। यदि किसी बस पर अतिरिक्त सामान लादकर ढोया जा रहा है तो इसकी जांच करके कार्रवाई की जाएगी। इसके खिलाफ भी अभियान चलाया जाएगा।

संदीप कुमार जायसवाल, एआरटीओ, इनफोर्समेंट