'संहिता' का 'अचार'

लोकसभा आम चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू है। मगर अपने शहर में कहीं भी जाएं, इस आचार संहिता का अचार पड़ा नजर आएगा। क्यों और कैसे? यही है आज ही हमारी खास खबर।

सिस्टम बेजार, आचार संहिता तार-तार

- आर्दश आचार संहिता लागू होने के बाद भी नहीं हट सकें हैं पॉलिटिकल पार्टियों के बैनर होर्डिग्स और पोस्टर्स

- जिला मुख्यालय के आस-पास होर्डिग्स और बैनर हटवा कर एडमिनिस्ट्रेशन ने कर ली कर्तव्यों की इतिश्री

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ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ : 16वीं लोकसभा के चुनावों की घोषणा होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है। अब हर एक पार्टी और उसके कैंडीडेट को एक-एक होर्डिग, बैनर, पोस्टर का हिसाब देना है। आचार संहिता के तहत पहले से लगे सारे बैनर-पोस्टर्स हटाये जाने हैं मगर इस जिम्मेदारी में एडमिनिस्ट्रेशन काफी पीछे नजर आ रहा है। आचार संहिता लागू होने के साथ ही डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर के आस-पास होर्डिग, बैनर-पोस्टर को लेकर सफाई अभियान चला मगर पूरे शहर में संहिता का अचार ही नजर आ रहा है।

क्या होना है आचार संहिता में

- वाराणसी संसदीय क्षेत्र में हर जगह से पहले से लगे पार्टियों के बैनर-पोस्टर और होर्डिग्स हटाये जाने हैं।

- अब पार्टियों और उनके कैंडीडेट्स किसी भी जगह होर्डिग बैनर या पोस्टर लगाने के लिए जमीन, मकान या होर्डिग वाले एजेंसी से लिखित परमिशन लेनी होगी।

- हर तरह की प्रचार सामग्री के खर्च का ब्यौरा इलेक्शन के लिए तैनात ऑडिट ऑफिसर को देनी होगी जो कैंडीडेट के चुनाव खर्च में जोड़ा जाएगा।

- बैनर, पोस्टर पर उसे प्रिंट करने वाले पब्लिशर और प्रेस का नाम प्रिंट होना अनिवार्य होगा।

क्या होगा उल्लघंन पर

- आचार संहिता उल्लघंन पर संबंधित कैंडीडेट को रिटर्निग ऑफिसर नोटिस दे सकते हैं।

- नोटिस को इग्नोर करने वाले कैंडीडेट के खिलाफ इलेक्शन मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट एक्ट के तहत एफआईआर हो सकती है।

- आचार संहिता के बार-बार उल्लघंन पर कैंडीडेट के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने का नियम है।

तो क्या इलेक्शन बाद हटेंगे?

मामला सिर्फ पार्टियों और कैंडीडेट के प्रचार वाले होर्डिग्स, बैनर पोस्टर्स का ही नहीं है। अभी तमाम ऐसे नेता है तो गाडि़यों पर पार्टी का झंडा लगाकर और पार्टी के पोस्टर चिपका कर घूम रहे हैं। मगर इस पर भी किसी की नजर नहीं है। आई नेक्स्ट ने जब इस मामले में शहर में नजर दौड़ाई तो हर दस कदम की दूरी पर आचार संहिता तार-तार होनी नजर आई। सवाल ये भी है कि यदि अभी इन्हें नहीं हटाया गया तो क्या इलेक्शन बाद हटाया जाएगा।

'राजनैतिक होर्डिग्स बैनर हटाने का शुरू हो गया है। हमने कई इलाकों से इनको हटाया भी है। इस अभियान में और तेजी लाई जाएगी। ये जरूर है कि अब जो भी पार्टी, प्रत्याशी या समर्थक आचार संहिता का उल्लघंन करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए हर एक चीज की वीडियो रिकॉर्डिग भी कराई जा रही है'।

प्रांजल यादव, डीएम