दोनों के सीने में लगी थी गोली, पास ही पड़ा था तमंचा

आगरा। थाना कागारौल स्थित गांव बसेरी चाहर में चचेरे भाई बहन का शव खेत में मंदिर के चबूतरे में पड़ा मिला। दोनों के सीने में गोली लगी हुई थी। पास ही तमंचा भी पड़ा हुआ था जिसमें एक कारतूस लोड था। मौके पर लड़की का मोबाइल भी मिला है। आशंका जताई जा रही है कि दोनों की हत्या की गई है।

मृतक ने पास कर लिया था 12वां

गांव बसेरी निवासी 18 साल के भूपेंद्र पुत्र सहदेव व 16 वर्षीय वन्दना पुत्री जसवंत सिंह चचेरे भाई-बहन हैं। दोनों के पिता खेती करते हैं। भूपेंद्र ने इसी साल गांव रोजोली स्थित श्री अतर सिंह इण्टर कॉलेज से इण्टर किया था। वंदना भी इसी कॉलेज की छात्रा था। दोनों के मकान आसपास ही हैं।

मंदिर में सेवा करने वाले भगत ने देखा शव

सुबह मंदिर में सेवा करने वाले भगत ने दोनों का शव चबूतरे पर पड़ा देखा था। उनके सीने में गोली लगी थी। पास ही एक तमंचा भी पड़ा था। दोनों के सीने में गोली लगी थी। लड़की का मुंह दुपट्टे से बंधा हुआ बताया गया है।

रात से गायब थे दोनों

चाचा गजेन्द्र ने बताया कि छात्रा आधी रात से घर गायब थी। उसकी मां रात करीब तीन बजे उठी तो बेटी को नहीं पाया। इसी के बाद उसकी तलाश की गई। परिजन उसे रूपवास तक ढूंढ़ आए थे लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका था। सुबह पता चला कि युवक अपने घर से गायब है।

मौत पर गहराया रहस्य

दोनों की मौत पर रहस्य गहराया हुआ है। लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। शुरु में मामला सुसाइड का होने की चर्चा थी। कई लोग कह रहे थे कि दोनों की हत्या की गई है।

लेकिन तमंचे में कारतूस था

मृतकों के चाचा गजेन्द्र ने बताया कि तमंचे में कारतूस था। मौके पर लड़की का मोबाइल भी था। लड़की का मुंह दुपट्टे से बंधा हुआ था। चाचा ने खुले तौर पर हत्या किए जाने की बात कही है। उसका कहना था कि भूपेंद्र ऐसा लड़का नहीं था। वह कभी आत्महत्या और मर्डर नहीं कर सकता। उन दोनों की हत्या की गई है।

कहीं मामला ऑनर किलिंग का तो नहीं

चर्चा थी कि दोनों के प्रेम सम्बंध थे और उनके परिजनों को यह गवारा नहीं था। इसी के चलते उनको मारा गया लेकिन गजेंद्र ने इस बात से भी इनकार किया है। चाचा गजेंद्र का कहना था कि उनके बीच ऐसी कोई भी बात नहीं थी। भूपेन्द्र बहुत ही सीधा लड़का था। उसने इसी साल 12वीं पास किया था। वंदना भी उसी कॉलेज में पढ़ रही थी। दोनो साथ में ठीक-ठाक बातचीत करते थे लेकिन प्रेम सम्बंधों की बात कभी भी प्रकाश में नहीं आई है। भूपेंद्र चार भाईयों में तीसरे नम्बर का था जबकि वंदना चार भाईयों में इकलौती थी।

मौके पर पहुंचा डॉग स्क्वॉयड

जानकारी होने पर सीओ अछनेरा फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए थे। साथ ही डॉगस्क्वॉयड व फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट टीम पहुंच गई थी। टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाने शुरु कर दिए थे।

सीओ अछनेरा अखिलेश भदौरिया का ने बताया कि मामला आत्महत्या का है। दोनों में प्रेम सम्बंध था। दोनों दूर के रिश्तेदार लगते थे। तमंचे जो कारतूस है वह चला हुआ है। इस सम्बंध में दोनों के परिजनों ने भी आत्महत्या की ही बात लिख कर दी है।