- म्यूजियम को पर्यटन स्थल बनाने के लिए अधिकारियों ने जताई सहमति

-अभी अहिछत्र एकमात्र है पर्यटन स्थल

>BAREILLY :

आरयू का म्यूजियम 'पांचाल संग्रहालय अॅडिटोरियम' जल्द ही पर्यटन स्थल की सूची में शुमार करेगा। इसी के साथ डिस्ट्रिक्ट में दो पर्यटन स्थल हो जाएंगे। बरेली में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए टूरिज्म विभाग पयर्टन स्थलों के विकास पर काम कर रहा है। ताकि पर्यटकों की संख्या बढ़ सके। इसकी संभावनाएं भी है.ं क्योंकि पहाड़ घूमने के लिए जाने वाले लोग बरेली में भी खास चीजों को देखने के लिए रुकेंगे।

नाम ही पांचाल संग्रहालय

म्यूजियम में महाभारत काल की धरोहरों को संजोया गया है इसीलिए इसका नाम 'पांचाल संग्रहालय ऑडिटोरियम' पड़ा है। संग्रहालय पहले दो रूम से शुरू हुआ था, जिसके बाद वर्ष 2003 में इसके लिए नई बिल्डिंग मिल गई। आरयू के प्रोफेसर ने अनूप सक्सेना ने बताया कि इस तरह का संग्रहालय कुछ ही यूनिवर्सिटी के पास है। आरयू का म्यूजियम काफी अच्छा है इसमें स्टूडेंट़्स सुबह 10:30 बजे से 4:30 बजे तक घूम भी सकते हैं। विगत वर्ष राज्यपाल राम नाईक ने एक और गैलरी और ऑडिटोरियम का भी इनॉग्रेशन ि1कया था।

क्या है म्यूजियम में खास

पांच गैलरी: आरयू के म्यूजियम में पांच गैलरी बनी हुई हैं। जिसमें एक गैलरी टैक्सटाइल्स की है। दूसरी गैलरी टेराकोटा की है। तीसरी गैलरी रामाशंकर रावत, चौथी फोटो गैलरी और पांचवी फोटो गैलरी है।

अहिछत्र की धरोहर: 'पांचाल संग्रहालय ऑडिटोरियम' में पांचाल रामनगर अहिछत्र की धरोहर रखी हुई हैं।

15 लिपि: पांचाल संग्रहालय में 15 तरह की दुर्लभ लिपि रखी हुई।

लेबोरेट्री: इसमें पुराने सिक्के मेटल आदि मिलने पर साफ सफाई के लिए यहां पर एक लेबोरेट्री भी बनी हुई है।

अभपुरमैन: संग्रहालय में 31 सौ वर्ष पुराना एक 6 वर्ष के बच्चे और 55 वर्ष के बुजुर्ग का बरियल भी रखा है, जिसे आरयू के प्रोफेसर ने ही खोदाई कर निकाला था।

तो देना पड़ेगा टिकट

आरयू का म्यूजियम पब्लिक के लिए ओपन होते ही इसके लिए आरयू का खर्चा भी बढ़ेगा। इसके लिए पर्यटन विभाग की तरफ से उस पर टिकट रखने का भी सलाह दी गई है। कि विदेशियों के लिए टिकट अधिक और अपने देश के लिए टिकट कम रखने पर बात चल रही है।

विदेश पर्यटकों के लिए भी खुलेगा

टूरिज्म विभाग का मानना है कि म्यूजियम में ऐतिहासिक धरोहरें हैं, जिनका महत्व इंटरनेशनल लेवल पर है। इन्हें विदेशी पर्यटक भी करीब से देखना और जानना चाहते हैं। डिमांड को देखते हुए प्लान है कि म्यूजियम को विदेशी पर्यटकों के लिए भी खोला जाएगा।

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आरयू का 'पांचाल संग्रहालय ऑडिटोरियम' प्रो। श्याम बिहारी के अंडर में है। वहीं इसके इंचार्ज है, इसके लिए वही बेहतर सोच सकते हैं कि इसको पर्यटन स्थल में शामिल किया जाए या नहीं। डिस्ट्रिक्ट पर्यटन अधिकारी से म्यूजियम को पर्यटन स्थल में शामिल करने पर बात हुई है, उस पर विचार किया जा रहा है।

प्रो। अनिल शुक्ल, आरयू वीस

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डिस्ट्रिक्ट में पर्यटन स्थल के तौर पर केवल अहिछत्र रामनगर ही है। मुझे आरयू के म्यूजियम के बारे में जानकारी मिली तो वहां जाकर भी देखा। म्यूजियम को देखने के बाद पता किया तो बताया कि इसे केवल कैंपस के स्टूडेंट्स के लिए ओपन किया जाता है। जिसे मैने आरयू वीसी और कमिश्नर से भी बात की है। म्यूजियम को पर्यटन स्थल में शामिल कराने का प्रयास है, सहमति भी मिल रही है।

दीप्ति वत्स, डिस्ट्रिक्ट पर्यटन अधिकारी