नकटिया में 8वीं वाहिनी पीएसी की बैरक में बीमार पड़े कई जवान

दो जवानों में डेंगू की पुष्टि, रंगरूट भी बुखार की गिरफ्त में

>BAREILLY: राजधानी लखनऊ में राजभवन की सुरक्षा में तैनात पीएसी के जवान अपनी बटालियन में भी डेंगू के डंक से सेफ नहीं हैं। नकटिया एरिया में पीएसी 8वीं वाहिनी की बैरक में जवान डेंगू व वायरल फीवर की चपेट में हैं। हालात यह है कि बटालियन में रंगरूट भी बुखार की चपेट में आकर निजी हॉस्पिटल्स में इलाज करा रहे हैं। इसकी वजह कैंपस में मच्छरों से बचाव के भरपूर इंतजाम न हो पाना है। वहीं मच्छरों को खत्म करने के लिए भी हेल्थ डिपार्टमेंट जरूरी कदम नहीं उठा रहा है।

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पुष्टि

नकटिया स्थित पीएसी की 8वीं वाहिनी बटालियन के दो जवानों में डेंगू होने की पुष्टि डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल से ही हो चुकी है। अब्दुल इसरार और सर्वेश नाम के दो जवान तेज बुखार के चलते गंभीर रूप से बीमार पड़ गए थे। बरेली डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इन दोनों के सैंपल एलाइजा जांच के लिए भेजे गए। सितंबर में दोनों ही जवानों के सैंपल डेंगू कंफर्म मिले। दोनों ही जवानों का समय रहते इलाज हुआ और डेंगू से निजात मिली।

रंगरूट का इलाज जारी

बटालियन में ट्रेनिंग के लिए पहुंचे 4 रंगरूट सितंबर में बीमार पड़ गए। इनमें से एक की हालत गंभीर हो गई। बिहार के छपरा निवासी सुशील कुमार (22) वर्ष 2013 की भर्ती परीक्षा के तहत चुने गए और 31 अगस्त को ट्रेनिंग के लिए पीएसी बटालियन पहुंचे। ट्रेनिंग के दूसरे हफ्ते में ही सुशील की तेज बुखार से तबीयत बिगड़ गई। उन्हें रामपुर गार्डेन स्थित एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। सुशील की प्लेटलेट्स 30 हजार तक गिर गई थी। बेटे की बीमार होने की जानकारी पर पिता राजेश्वर राय बरेली पहुंचे और उसकी देखरेख में जुटे हैं।

कमांडेंट के ड्राइवर को डेंगू

बटालियन के इंस्पेक्शन के लिए नकटिया पहुंचे कमांडेंट आनंद कुलकर्णी के ड्राइवर बुखार से पीडि़त हो गया था। जांच में ड्राइवर के भी डेंगू कंफर्म होने की पुष्टि हुई। महज इंस्पेक्शन के लिए पहुंचने भर से ड्राइवर को डेंगू होने पर कमांडेंट ने गंभीरता से लिया। जिसके बाद पीएसी बैरक व क्वार्टर में फॉगिंग भी कराई गई, लेकिन यह इस बीमारी से निपटने के लिए असरदार साबित नहीं हो रही।

हरियाली बनी बड़ी मुसीबत

जवानों के लिए हरियाली ही बड़ी मुसीबत साबित हो रही है। चारों ओर खुला एरिया, पेड़ पौधे व झाडि़यां डेंगू के लिए जिम्मेदार फीमेल एडीज इजिप्टी मच्छरों के पनपने के लिए मुफीद माहौल बना रहे हैं। दिन में काटने के चलते ड्यूटी पर तैनात जवान इस बीमारी के खतरे की चपेट में ज्यादा आ रहे। खतरा बढ़ने पर अधिकारियों की ओर से गंभीर रूप से बीमार पड़े जवानों को इलाज के लिए उनके घर भेज दिया गया है।

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बटालियन में डेंगू व बुखार से जवानों की तबीयत बिगड़ने के मामले आने लगे। इंस्पेक्शन के दौरान ड्राइवर भी डेंगू की चपेट में आ गया। बटालियन में फॉगिंग कराई गई। सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए हैं।

- आनंद कुलकर्णी, कमांडेंट, पीएसी 8वीं वाहिनी