-पैड बैंक संस्था आज दिल्ली में कनॉट प्लेस स्थित सेंट्रल पार्क में करेगी 70 गुणा 30 फुट के सेनेटरी नेपकिन का प्रदर्शन

: अक्षय कुमार की पैडमैन मूवी के बाद शहर की पैड बैंक संस्था पीरियड्स को लेकर लोगों की झिझक मिटाने के प्रयास में लगी है. इसी क्रम में ट्यूजडे को व‌र्ल्ड मेंसुरेशन एंड हाइजीन डे पर संस्था दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित सेंट्रल पार्क में पैड ऑफ यूनिटी कार्यक्रम में 70 गुणा 30 फुट के सेनेटरी नैपकिन का प्रदर्शन करेगी. इसके पीछे मकसद है लोगों में पीरियड्स को लेकर झिझक को दूर करना. साथ ही ऐसा संदेश देना कि इस मुद्दे पर स्त्री-पुरुष सभी खुलकर बात कर सकें. पैड ऑफ यूनिटी कार्यक्रम में गेस्ट के रूप में पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस मूवी के स्टार्स के साथ ही नाइन सेनेटरी पैड कंपनी की टीम के मेंबर्स भी शामिल होंगे.

यूपी बुक ऑफ रिकॉ‌र्ड्स में नाम

संस्था के फाउंडर मेंबर चित्रांश ने बताया कि संस्था लगातार पीरियड्स को लेकर लोगों की झिझक दूर करने का प्रयास कर रही है. इसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है. पिछले दिनों शहर के गांधी उद्यान में संस्था ने 22 गुणा 11 फुट के सेनेटरी नैपकिन का प्रदर्शन करके यूपी बुक ऑफ रिकॉ‌र्ड्स में नाम दर्ज कराया. इसके साथ ही संस्था ने अवेयरनेस के लिए बीते साल शहर में रैली भी निकाली थी, जिसमें मेयर डॉ. उमेश गौतम और शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार समेत शहर की कई जानी मानी हस्तियां भी शामिल हुई थीं. संस्था के प्रयास को देखते हुए जापान के एनएचके व‌र्ल्ड टीवी चैनल का भी संस्था को सहयोग मिल रहा है.

हर महीने देते हैं पैड

चित्रांश ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर 76 लड़कियों को संस्था हर महीने सेनेटरी पैड उपलब्ध करा रही है.

मिल रहा सहयोग

पैड बैंक के इस प्रयास में मदद करने वालों का कारवां भी बढ़ता जा रहा है. दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम के लिए किप्स सुपर मार्केट और बड़ा बाजार स्थित वरदान प्रिंटर्स के साथ ही आरयू के कई स्टूडेंट्स भी आर्थिक रूप से सहयोग कर रहे हैं. संस्था के प्रयास में मदद करने के लिए लोग संस्था के मोबाइल नंबर 8449997778 पर संपर्क कर सकते हैं.

चाहिए पैड तो करें कॉल

आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की लड़कियों और महिलाओं को फ्री सेनेटरी पैड उपलब्ध कराने के लिए संस्था ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. संस्था के मोबाइल नंबर 8449997778, 8899704714 पर संपर्क करने पर संस्था जरूरतमंदों को फ्री सेनेटरी पैड उपलब्ध कराती है.

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पीरियड्स नहीं है मुसीबत का आना

पीरियड्स को लेकर एक ऐसी सोच बनी हुई है कि अशुद्ध हो जाते हैं तो मंदिर न जाओ आदि. जबकि हमारे देश में कामाख्या देवी मंदिर महावारी को लेकर ही जाना जाता है. 'पीरियड्स नहीं हैं मुसीबत का आना, इतना ज्ञान तो है सबको आना.'

चित्रांश

डिमांड पैड फ्रॉम योर डैड

मैं चाहती हूं कि एक ऐसा समाज बने जहां लड़कियां अपने पिता से भी सेनेटरी पैड मांगने में शर्म न करें, इसे विषय में अपनी मां और बहन की तरह पिता और भाई से भी बात कर सकें.

सहर

खुलकर बात करें लोग

आज का यूथ हर बात में आगे है, तो जब बात पीरियड की हो तो पीछे क्यों हो जाते हैं. इस मुद्दे पर लोगों को खुलकर बात करनी चाहिए, जिससे यह झिझक टूटे और पीरियड्स पर बात करने में आपत्ति न हो.

राशि उदित

पैड ऑफ यूनिटी उद्देश्य यह है कि हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों तक यह बात पहुंचानी है कि हम पीरियड्स के बारे में खुलकर सबके सामने बात कर सकते हैं और पैड ऑफ यूनिटी एक बड़ा माध्यम है इस संदेश को पहुंचाने के लिए.

उत्कर्ष

नारी की जरूरत को समझें

'मासिक धर्म पर दूर करें अज्ञान महावारी और नारी का करें सम्मान.' लोगों को नारी शक्ति को समझना चाहिए उनकी हर माह की जरूरत को समझना चाहिए.

शिल्पी जायसवाल