किया स्वागत

सेना की मौजूदगी में दल का नेतृत्व कश्मीर के बिझामा उड़ी के ग्राम प्रधान अमीउर्रहमान और रिझामां के मोहम्मद फरीद खान ने किया। सेना ने जंक्शन पहुंचे इस दल का बड़े गर्म जोशी के साथ स्वागत किया। इसके बाद 19 सदस्यीय दल को जाट रेजीमेंट सेंटर ले जाया गया। जहां सेंटर के डिप्टी कमांडेंट कर्नल दीपक जोशी ने दल का स्वागत किया।

मोहब्बत का पैगाम फैलाना है

आई नेक्स्ट से खास बातचीत में जम्मू से आए दल के सदस्य और पेशे से टीचर मुख्तयार अहमद खान ने बताया कि इस यात्रा का मकसद कश्मीर से बाहर निकलकर देश की तरक्की का साक्षी बनना है। पहले और आज के कश्मीर में काफी अंतर है। बिझामा उड़ी के ग्राम प्रधान अमीउर्रहमान ने कहा कि यात्रा का मेन मकसद कश्मीर के बारे में लोगों के दिलों में फैली भ्रांतियों को दूर कर मोहब्बत के पैगाम को फैलाना है।

Development हो रहा है

बदलते कश्मीर के बारे में पूछे जाने पर अमीउर्रहमान ने कहा कि सेना का पीरियड अब कश्मीर से पूरी तरह से खत्म हो चुका है। रिझामा के मोहम्मद फरीद खान ने बताया कि बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट के नाम पर जो पैसा सेना के पास आता है, सेना बिना भेदभाव के गावों के विकास पर खर्च करती है।

दूरियां होगी कम

दल के आने पर खुशी जताते हुए कर्नल दीपक जोशी ने कहा कि दल के शहर आने का मेन रीजन केवल अमन के पैगाम को सभी लोगों तक फैलाना है। दल तीन दिनों के लिए शहर आया हुआ है, जो बरेली के बाद नैनीताल, अल्मोड़ा और रानीखेत का भी दौरा करेगा। कर्नल के अनुसार इससे लोगों के बीच की दूरियां कम होंगी और उन्हें देश के अन्य हिस्सों से जुडऩे का भी मौका मिलेगा।