- अब रिमांड पर लेकर होगी उससे पूछताछ

- मानसिक रोगी बनकर की बरगलाने की कोशिश

GORAKHPUR : सोनौली बार्डर पर पकड़े गए संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक को पुलिस ने जेल भेज दिया है। जिला कारागार, महराजगंज में बंद पाकिस्तानी नागरिक को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी है। खुफिया एजेंसियों के उच्चपदस्थ अफसर उससे पूछताछ के लिए महराजगंज आ सकते हैं। फिलहाल, मानसिक रोगी की तरह व्यवहार करके संदिग्ध ने पूछताछ से बचने की पूरी कोशिश की जिसमें वह कुछ हद कामयाब भी रहा। उसके पास मिले दस्तावेजों की जांच विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां कर रही हैं। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से किसी तरह के कनेक्शन को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है। हालांकि इस संबंध में किसी तरह की जानकारी देने से अफसर बच रहे हैं।

रोगी बन बरगलाया

शुक्रवार को सोनौली बार्डर पर जांच के दौरान संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक पकड़ा गया। सुबह करीब साढ़े पांच बजे एक व्यक्ति बार्डर पार कर रहा था। जांच के दौरान उसके पास इंडिया आने का वीजा नहीं मिला। थाइलैंड में बने दस्तावेज मिलने पर सुरक्षा एजेंसियों ने उसे हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसकी पहचान पाकिस्तान के फैसलाबाद, 76 पीएलओ निवासी नवाब कमाल के रूप में हुई। जांच पड़ताल में पता लगा कि बैंकाक में प्रवास के दौरान उसने इंडिया का पासपोर्ट बनवाया। तब पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके पूर्वजों का इंडिया से गहरा नाता है। वाराणसी से खास लगाव होने की वजह से वहां जा रहा था। वाराणसी में रहकर वह अध्ययन करता, इसके बाद बंगलूरू चला जाता।

बढ़ा शक का दायरा

जांच पड़ताल में कई गोपनीय बातें सामने आई हैं। इससे पाकिस्तानी नागरिक पर खुफिया एजेंसियों का शक गहरा गया है। वाराणसी में रहकर पढ़ाई करने का दावा करने वाले संदिग्ध के पास से जल्द वापसी के सबूत मिले हैं। भारत से वह नवंबर के फ‌र्स्ट वीक में वापसी करने वाला था। काठमांडू के रास्ते वह बैंकाक चला जाता। यह जानकारी सामने आने के बाद शक का दायरा बढ़ गया है। उसकी संदिग्ध हरकतें और गलत बयान से दिल्ली के अफसर उससे पूछताछ की तैयारी में हैं। जल्द ही एक टीम महराजगंज पहुंच जाएगी। उसको रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू हो गई है।

संदिग्ध पाकिस्तानी को जेल भेज दिया गया है। इस संबंध में जांच पड़ताल चल रही है। विवेचना के लिए उसको रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।

अनिल कुमार, प्रभारी, सोनौली कोतवाली