सीधे जेल

डीएम ने कहा कि बीते दिनों एक ऐसी ही पंचायत मुजफ्फनगर के नंगल मंदौड में हुई थी, जिसके बाद दंगा भडक़ गया था। हम नहीं चाहते कि मेरठ में भी मुजफ्फनगर जैसे हालात पैदा हों, इसलिए पंचायत पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने पंचायत आयोजित की या कोई पंचायत में गया तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लोगों को भडक़ाने वालों को सीधे जेल भेजा जाएगा।

फोटो न छापे

उन्होंने कहा कि आने वाला समय त्योहारों का है, ऐसे में असामाजिक तत्व चाहते हैं कि जिले की फिजा बिगाड़ दी जाए। उन्होंने मीडिया से भी अपील की कि किसी भी तरह की पंचायत की फोटो पब्लिश न की जाए। उन्होंने कहा कि पंचायत आयोजित करने वाले नेताओं और रसूखदार लोगों को पंचायत न करने और उसमें न जाने के लिए नोटिस दिया गया है। इसके बाद भी कोई किया गया तो उसे हिरातस में लिया जाएगा।

बुलाई पूरी फोर्स

इस दौरान एसएसपी दीपक कुमार ने कहा कि शहर में 32 कंपनी अर्ध सैनिक बलों की पहुंच गई है। बाकी फोर्स भी मंगाई गई है। सारी फोर्स शहर में और सरधना में तैनात कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जो लोग छोटी-छोटी पंचायत करके माहौल बिगाडऩे का प्रयास कर रहे हैं। उनकी लिस्ट बनाकर उस इलाके के लोगों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने के कार्रवाई भी की जा रही है।