JAMSHEDPUR: संताली लिपि 'ओलिचिकी' के जनक पंडित रघुनाथ मुर्मू की क्क्ख्वीं जयंती पर बुधवार को विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। करनडीह में जाहेरथान कमेटी की ओर से प्रभात फेरी निकाल कर गुरु गोमके को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यहां जयंती समारोह में सीआर माझी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि पंडित रघुनाथ मुर्मू ने अपने पूरे जीवन में तीन बातों पर विशेष महत्व दिया, इनमें लिपि का निर्माण करना, भाषा साहित्य समृद्ध करना और धर्म की राह पर चलकर जीवन को सार्थक बनाना। हमें उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है। मौके पर जोबा मुर्मू ने गुरु गोमके की जीवनी पर प्रकाश डाला। समारोह के दौरान ओलचिकी लिपि एवं भाषा प्रशिक्षण केंद्रों के टॉपरों को पारंपरिक परिधान देकर सम्मानित किया गया। खेलकूद व सांस्कृतिक क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए उमापदो मुर्मू को विशेष सम्मान दिया गया। इस मौके पर रंगारंग कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। जयंती समारोह का संचालन वीर प्रताप मुर्मू एवं गणेश टुडू ने किया। मौके पर रवींद्रनाथ मुर्मू, निशोन हेम्ब्रम, डोमन टुडू, बुढ़न माझी, रामचंद्र मुर्मू, पितांबर हांसदा, कुशा सोरेन, सालखन मुर्मू, लाखिया हांसदा, सालगे हांसदा आदि उपस्थित थे।

दी गई श्रद्धांजलि

उधर, जनजातीय भाषा संताली भाषा की लिपि ओलचिकी के अविष्कारक गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू को बुधवार को चांडिल अनुमंडल और पोटका प्रखंड के विभिन्न हिस्सों में समारोह पूर्वक श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर उनके आदर्शो को जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लिया गया।

हुआ भव्य आयोजन

चांडिल में सालगाडीह की सामाजिक संस्था, पारसी सिंज चॉदो गुरु गोमके माहाल माडवा की अगुवाई में भव्य आयोजन हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन ने कहा कि पंडित रघुनाथ मुर्मू के आदर्शो से ही समाज एकजुट होगा। उन्होंने पातकोम दिशोम, पारा दिशोम एवं मांझी बाबाओं को पंडित रघुनाथ मुर्मू के फोटो एवं संथाली धोती देकर सम्मनित किया। इस मौके पर चंपई सोरेन की धर्मपत्नी, मुखिया बुधनी हेम्ब्रम, प्रशांत मार्डी, विदु मुर्मू, समीर हांसदा, अर्जुन किस्कू, रंजित प्रधान, बाबुराम सोरेन, अरून टुडू, सोनाराम मुर्मू आदि मौजूद थे। वहीं नीमडीह प्रखंड में सालाडीह गांव में गुरु गोमके की जयंती के मौके पर भजन-कीर्तन के साथ प्रार्थना सभा का भी आयोजन हुआ। इस अवसर पर परगाना पातकुम, बारहा पीठ, नायके और श्रद्धालुओं ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

वहीं पोटका प्रखंड की सोहदा पंचायत के प्राथमिक विधालय, बालीपोश में बच्चों ने उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर कृतज्ञता प्रकट की। इस अवसर पर बालीपोश के ग्राम प्रधान साधु सोरेन, पंचानंद टूडू, खेलाराम किस्कू, चंद्र किस्कू के अलावा काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।