छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: तेलुगु समाज की पंडूगा (मकर संक्रांति) उत्सव में मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रम बिष्टुपुर राम मंदिर में सोमवार की शाम को आयोजित हुआ। इसमें आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम से सुकुमार आर्केस्ट्रा के कलाकारों ने तेलुगु भजन और फिल्मों की गीत को गाकर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की याद ताजा की। इस कार्यक्रम में उपस्थित हजारों महिला पुरुषों ने इन गीतों का आनंद लिया। गणपति आराधना के साथ इस कार्यक्रम की शुरूआत हुई। शंकरा भरणम फिल्म का गीत ओंकारा नागालू गीत पर समाज के सदस्यों ने जमकर तालियां बजाई। ¨हदी भजन सत्य शिवम सुंदरम का गीत ईश्वर सत्य है जैसे गीत भी गाए गए। इसके बाद फिल्मी गीतें प्रारंभ हुई, जो देर रात तक चलती रही। भले मंचि रोजू, पसंदेयनू रोजू (आज अच्छा दिन है, पसंद वाला दिन है), मल्ली-मल्ली इंटी रानि राजू (एक बार फिर आज घर आने का दिन है), ओचिंदे पिल्ला मेल्लिगा ओचिंदी (आई लड़की धीरे से आई) सहित कई कर्णप्रिय और रोमांटिक गीत कलाकारों ने गाए। कलाकारों ने जमशेदपुर तेलुगु समाज के सदस्यों से जमकर तालियां बटोरी।

विजेताओं को मिला सम्मान

इससे पूर्व इस सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत रविवार को आयोजित रंगोली प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करने के साथ हुई। मुख्य अतिथि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और विशिष्ट अतिथि भाजपा नेता अमरप्रीत सिंह काले को राम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष सीएच शंकर राव ने खंडवा पहनाकर सम्मानित किया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि मकर संक्रांति ऐसा पर्व है, जो सभी समाज के सदस्य विभिन्न रूपों में मनाते हैं। इस मौके पर राम मंदिर कमेटी के कई पदाधिकारी तथा गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।