दैनिक जागरण आई नेक्स्ट एक्सक्लूसिव - चार फिट की गली में चलता रहा खूनी खेल, किसी ने नहीं की बचाने की कोशिश - 16 साल के ऋषभ से नहीं थी कोई दुश्मनी, बचने के लिए भागता रहा, लेकिन बच न सका kanpur@inext.co.in KANPUR: महेश्वरी मोहाल की जिस गली में छोटे बब्बन और ऋषभ को मारा गया। वह गली महज ब् फीट चौड़ी थी। बेहद घनी आबादी का क्षेत्र जहां कोई छींकता भी है तो पड़ोसी घर में सुनाई देता है। ऐसे में दो लोगों का धारदार हथियार से काट कर कत्ल कर दिया जाता है, लेकिन न किसी ने कुछ देखा और न ही सुना। सोलह साल का ऋषभ जब कातिलों से बचने की कोशिश कर रहा था उस वक्त उसने मदद के लिए चिल्ला-चिल्लाकर गुहार लगाई, लेकिन दरवाजों के पीछे दहशत में दुबके लोग सिर्फ इन चीखों को सुनते रहे। किसी ने कातिल को पकड़ने या रोकने की कोई कोशिश नहीं की। पूरा इलाका जैसे इस वारदात की दहशत से सन्न था। वारदात के बाद पुलिस पहुंची, फॉरेंसिक टीम पहुंची। तमाशबीनों का जमघट भी लगा, उसके बाद भी जिन घरों के बीच उस गली में ये खूनी खेल हुआ। उन घरों की खिड़कियों से सिर्फ दहशत झांकती रही, लेकिन दरवाजे तब भी बंद ही रहे। बेमौत मारा गया ऋषभ इटावा बाजार निवासी क्म् साल का ऋषभ अपने मां-बाप का एकलौता बेटा था। मां अर्चना के मुताबिक वह करीब एक साल से छोटे बब्बन के साथ था। बुधवार सुबह क्0 बजे ही वह घर से निकला था। इलाकाई लोगों के मुताबिक ऋषभ थोड़ा रंगबाज था, लेकिन उसका किसी से झगड़ा या दुश्मनी नहीं थी। वह ज्यादातर वक्त छोटे बब्बन के साथ ही रहता था, लेकिन सफाई नायक या और किसी से भी उसका कोई झगड़ा नहीं था। इलाकाई लोगों ने भी माना कि उसकी मौत सिर्फ इसलिए हुई क्योंकि वह छोटे बब्बन के कत्ल के वक्त उसके साथ था। कातिलों ने उसे सिर्फ इसलिए मारा, जिससे वारदात का कोई चश्मदीद न बचे। कुछ दिन पहले ही भाजपा से जुड़ा था छोटे बब्बन कंस्ट्रक्शन का काम करने के साथ ही क्षेत्र में पॉलिटिकल तौर पर भी एक्टिव थे। क्षेत्रीय लोगों के मुताबिक वह पहले बसपा से जुड़े थे, लेकिन कुछ समय पहले ही बीजेपी ज्वाइन कर ली। पार्षदी के चुनाव में छोटे बब्बन ने बीजेपी कैंडिडेट के समर्थन में काफी प्रचार भी किया था। गला काटने की दी थी धमकी वहीं मृतक के परिजनों ने जिस शिव पर्वत पर हत्या का आरोप लगाया है, उसका भाई भी आपराधिक प्रवत्ति का है। महिला को लेकर जब बब्बन से उसका झगड़ा हुआ तब पिछले दिनों उसने फोन पर ही बब्बन को गला काट देने की धमकी भी दी थी। बेटी आकांक्षा के मुताबिक इसकी वाइस रिकार्डिग छोटे बब्बन के मोबाइल में थी। छोटे बब्बन ने थाने में इसकी शिकायत की थी। साथ ही सीओ की मौजूदगी में शिव पर्वत से समझौता भी कराया गया था।