आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद सुलगे कश्मीर से ट्रांसपोर्ट ठप

ड्राई फ्रूट्स के अलावा नहीं आ पा रही बैट की लकड़ी

कश्मीर में नहीं जा पा रही दवाएं, मेरठ से ट्रांसपोर्ट ठप

अखिल कुमार

मेरठ: आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी से उठी अलगाववादियों के विरोध की चिंगारी ने कारोबार को झुलसा दिया है। मेरठ में कश्मीरी विलो (क्रिकेट बैट की लकड़ी) नहीं आ पा रही है तो ड्राई फ्रूटस भी नहीं पहुंच रहा है। दवाइयों के लिए कश्मीरी परेशान हैं। मेरठ से दवाओं का बढ़ा कारोबार कश्मीर के साथ है।

फीकी पड़ रही बैट की चमक

देशभर में मेरठ के बल्ले फेमस है उसके पीछे की वजह कश्मीरी विलो है। घाटी में हुए बवाल के बाद पिछले एक माह से बैट बनाने की यह लकड़ी मेरठ नहीं पहुंच रही है। एसजी स्पो‌र्ट्स के डायरेक्टर त्रिलोकानंद ने बताया कि कश्मीर से बैट की लकड़ी पिछले एक माह से नहीं आ पा रही है। ऐसे में कारोबार प्रभावित हो रहा है। बता दें कि मेरठ में हर माह एक लाख कश्मीरी विलो (बैट की लकड़ी) की मांग है। करीब 500 स्पोटर््स गुड्स कारोबारी इस लकड़ी को प्रयोग में ला रहे हैं।

ड्राई फ्रूटस हुआ महंगा

अखरोट, बादाम, खुरमानी, अंजीर, पिस्ता, चिलगोजा, मुनक्का आदि ड्राई फ्रूट्स हम कश्मीर के खा रहे हैं। ड्राई फ्रूट्स की आपूर्ति सुनिश्चित न हो पाने से दामों में इजाफा हुआ है, वजह घाटी में बवाल। ड्राई फ्रूट्स कारोबारी सचिन का कहना है कि रेट्स में 20 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। यूं तो ड्राई फ्रूट्स दिल्ली से मेरठ पहुंच रहा है, क्राइसेस का असर रेट पर दिखाई दे रहा है। मेरठ में प्रतिमाह करीब 10 टन ड्राई फ्रूट्स की खपत है।

गायब हुआ कश्मीरी सेब

गहरे लाल रंग का कश्मीरी सेब बाजार से गायब हो गया है। इन दिनों बाजार में कश्मीर का सेब भरपूर मात्रा में होता था, ट्रांसपोर्टेशन ठप होने से सेब मेरठ नहीं पहुंच रहा है। केसर की आपूर्ति भी पूरी नहीं हो पा रही है।

दवा कारोबार पर असर

कश्मीर में दवाएं यूपी-उत्तराखंड से जाती हैं। ड्राई फ्रूट्स वहां से नहीं आ पा रहे हैं तो कारोबारी दवाएं कश्मीर में नहीं भेज रहे हैं। दवा के थोक कारोबारी रजनीश कौशल का कहना है आतंकी गतिविधियों के चलते कश्मीर में दवा कारोबार मुश्किल है। ट्रांसपोर्टेशन के साथ-साथ रकम फंसने का भी अंदेशा रहता है।

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कश्मीर विलो और ड्राई फ्रूट्स कश्मीर से आता है। पिछले एक माह से करीब 50 ट्रक का रोजाना आवागमन पूरी तरह से ठप है। सेब और केसर की आपूर्ति भी प्रभावित है।

गौरव शर्मा, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट एसो., मेरठ।