RANCHI: सरकार सूबे के पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोतरी करेगी। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। मानदेय वृद्धि करनेवाली कमेटी की अनुसंशा पर कार्यवाही शुरू की गई है। पारा शिक्षकों के वेतन में बढ़ोतरी से सरकार पर 40 करोड़ रुपए का अतिरिक्त वित्तीय भार बढ़ेगा। वहीं, इस वेतन बढ़ोतरी का लाभ राज्य के 56 हजार 170 पारा शिक्षकों को मिलेगा। इसके साथ ही पारा शिक्षकों के लिए कल्याण कोष का गठन एवं टेट पास प्रमाण पत्र का अवधि विस्तार 5 वर्ष से 7 वर्ष किया जाएगा।

निधन पर मिलेंगे ढाई लाख

सरकार राज्य के 67 हजार पारा शिक्षकों के लिए कल्याण कोष बनाएगी। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। कल्याण कोष में पारा शिक्षकों के लिए कई कल्याणकारी प्रावधान किए गए हैं। कोष में पारा शिक्षकों के निधन होने पर परिजनों को ढाई लाख रुपए देने का प्रावधान किया गया है।

सरकारी पारा शिक्षकों के हित में कई निर्णय

-महिला पारा शिक्षकों को 2 दिन का विशेष अवकाश मिलेगा। मातृत्व अवकाश 180 दिनों का मिलेगा

-10 परसेंट तक मानदेय की वृद्धि की जाएगी। वहीं, टेट पास पारा शिक्षकों के मानदेय में 20 परसेंट तक वृद्धि की गई है।

-ग्राम शिक्षा समिति द्वारा यदि किसी पारा शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की जाती है तो अपील के लिए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के पास जा सकते हैं।

- पारा शिक्षकों के कल्याण के लिए 10 करोड़ का कल्याण कोष बनेगा।

- संतोषप्रद कार्य करने पर सेवा 60 वर्ष की उम्र तक की जा सकती है।

-जेटेट पास कैंडिडेट्स अब 7 वर्ष तक टीचर के लिए अप्लाई कर सकते हैं। पहले यह अवधि पांच वर्ष थी।

-स्नातक प्रशिक्षित एवं टेट पास को 12000 हर महीने

-इंटर प्रशिक्षित एवं टेट पास को 11000 हर महीने