छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: सरकार द्वारा हजारों प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने के निर्णय के खिलाफ और पारा शिक्षकों की समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर पूर्वी सिंहभूम के विभिन्न स्कूलों में कार्य करने वाले 1000 से अधिक पारा शिक्षकों ने शनिवार को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना दिया। यह धरना कार्यक्रम एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आयोजित हुआ। धरना के बाद मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन डीसी को सौंपा गया। इसमें बताया गया है कि वर्ष 2002 में 6-14 आयु वर्ग के 15-20 बच्चों की उपलब्धता एवं निकटतम विद्यालय से एक किलोमीटर की दूरी को आधार बनाकर विद्यालय की स्थापना की गई, जिससे राज्य की साक्षरता दर में वृद्धि हुई एवं छीजन दर में कमी आई। ऐसे में विद्यालयों को बंद करने का निर्णय उचित नहीं है। इसके अलावा पारा शिक्षकों ने अपनी कई समस्याओं का जिक्र भी ज्ञापन में किया है। मौके पर सुमित कुमार तिवारी, गोविंद गोप, हिमांशु महतो, भूषण गोप, तापस हलदार, कमलेश्वर चौबे, नंदन सिंहदेव, मृत्युंजय गोप, रीना यादव, झूमा रानी साव, शशांक, प्रीतेश सहित हजारों पारा शिक्षक उपस्थित थे।

ये हैं अन्य मांगे

-समान कार्य समान वेतन।

-पारा शिक्षक कल्याण कोष का गठन।

-पारा शिक्षकों को ईपीएफ से जोड़ा जाय।

-टेट उत्तीर्ण पारा शिक्षकों को सरकारी शिक्षक माना जाय।

-डीएलएड प्रशिक्षणरत पारा शिक्षकों से ली गई प्रशिक्षण मद की राशि वापस करायी जाए।