---पराग डेयरी के दुग्ध प्लांट बिल्डिंग का मैप पास होने से खड़ी हुई कई समस्याएं

-- फैक्ट्री एक्ट में रजिस्ट्रेशन के अलावा फायर व पाल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड की एनओसी भी लटकी

KANPUR: पराग डेयरी की जमीन के कागजात न मिलना ऑफिसर्स को भारी पड़ रहा है। ओरिजनल पेपर्स न होने से न तो केडीए से मैप पास पा रहा है। न ही फायर व पाल्यूशन डिपार्टमेंट से उसे एनओसी मिल पा रही है। इसके अलावा फैक्ट्री एक्ट में रजिस्ट्रेशन भी नहीं हो पा रहा है। अगर पराग डेयरी का मैप पास न हुआ तो इसी साल प्लांट चालू करने की उसकी कोशिशों को झटका भी लग सकता है।

154 करोड़ से प्लांट

निराला नगर स्थित पराग डेयरी का एरिया करीब 40 एकड़ का है। इसमें से 14.5 एकड़ में कालोनी, बंगले बने हैं। 25 एकड़ खाली जमीन है। इसमें 154 करोड़ से दुग्ध प्लांट बनाया जा रहा है। यह काम करीब डेढ़ साल पहले शुरू हुआ था। तत्कालीन पराग डेयरी के ऑफिसर्स ने उस समय मैप पास कराने की कोशिश की। पर जमीन की लीज डीड के ओरिजनल पेपर न होने की वजह से उन्हें सफलता नहीं मिल पाई थी। पराग डेयरी के ऑफिसर डीडी रेड्डी ने बताया कि मैप पास होने पर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए केडीए से कंडीशनल एनओसी ले ली गई थी। पर जमीन के ओनरशिप के ओरिजनल पेपर्स न मिलने के कारण अभी तक मैप पास नहीं कराया जा सका है। मैप पास न होने की वजह से फैक्ट्री एक्ट में पराग डेयरी का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा फायर व पाल्यूशन डिपार्टमेंट की एनओसी भी नहीं मिल पा रही है। इधर बुधवार को प्रमुख सचिव डा। सुधीर एम बोबर्ड की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में मैप पास कराने में आ रही दिक्कतों का मामला गूंजा। ओरिजनल पेपर्स न होने पर उनकी फोटोकॉपी, हाउस टैक्स, टैक्स, बिजली का बिल आदि के बेस पर केडीए को मैप पास करने को कहा गया है। मीटिंग में केडीए वीसी सौम्या अग्रवाल भी मौजूद थी।

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-- जमीन के पेपर्स न होने से केडीए से मैप पास नहीं हो पा रहा है। मैप पास न होने के कारण फैक्ट्री एक्ट में रजिस्ट्रेशन, फायर व पॉल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड की एनओसी भी नहीं मिल पा रही है।

-- डीडी रेड्डी, जीएम पराग डेयरी