पैरा शों से रोमांच

जैसे ही उन्हें जवानों का पैराशूट खुला तो पूरा स्टेडियम तालियों से गूंज उठा। ये कमाल पैरा टूपर्स का ही था, जिन्होंने लोगों को रोमांच की सीमा तक पहुंचा दिया। आखिर ये जाबांज कौन है। आइए आपका भी इनसे परिचय कराते हैं

खतरों से खेलने की आदत है

मेरा नाम हवलदार शिवसिंह है। वर्ष 2000 से पैरा जंपिंग में हूं। शुरू में तो थोड़ी दिक्कत हुई थी। बाद में सब नॉर्मल हो गया। उसके बाद तो आसमान तो मैं 6000 फीट तो क्या 25 हजार फीट ऊपर से भी छलांग लगा चुका हूं। मैंने वर्ष 2012 में दुबई में हुए वल्र्ड पैराशूट जंपिंग चैंपियनशिप में भी हिस्सा लिया है। वैसे मेरे साथ चार बार ऐसा भी हुआ कि पैराशूट खुला भी नहीं। एक  बार तो अमेरिका में भी ऐसा हो चुका है। ये बात वर्ष 2008 की है। 12000 फीट की ऊंचाई थी। रिर्जव पैरा को ओपन कर अपने को सुरक्षित किया था।

हार्ट बीट बहुत बड़ गई थी

मेरा नाम पैरा ट्रूपर पंकज कुमार है। मैं मेरठ के साकेत इलाके में ही रहता हूं। मैंने पैरा जंपिंग की शुरूआत 2008 में की थी। मुझे आज भी याद है आगरा में 6000 फीट की ऊंचाई पर था। मेरी हार्ट समय की रफ्तार से भी तेज चल रही थी। जैसे कूदा तो आंखों के सामने में अंधेरा था। मैंने पैराशूट खोला तो जान में जान आई और थोड़ी राहत महसूस की। अब तो आदत हो गई है। अब तो 20 हजार फीट ऊपर जंप करता हूं। अब तक 350 जंप कर चुका हूं।

घर वालों ने कभी नहीं देखा

मेरा नाम विकास कुमार है। मैं एक पैरा टूपर हूं। वर्ष 2010 से अब तक 350 से अधिक जंप कर चुका हूं। मेरा शौक ही मुझे यहां खींच कर ले आया। वैसे एक बात बताऊं आज तक मेरी वाइफ के अलावा किसी ने भी मुझे ऐसा करते हुए नहीं देखा। पता नहीं क्यों? शायद उन्हें डर लगता हो। लेकिन ये भी बात है मुझे मेरे घरवालों ने पैरा जंपिंग के लिए रोका भी नहीं.  इसी से मुझे हिम्मत मिली और अब मैं 5000 से लेकर 12000 फीट तक जंप कर रहा हूं।

आज भी ताजा हैं यूएस के वो दिन

मेरा नाम पैरा टूपर सतीश है। वर्ष 2011 से अब मैं 282 जंप कर चुका हूं। मैंने मैक्सिमम हाइट 25000 फीट से जंप किया है.  मुझे तो 2012 में यूएस आर्मी के ज्वाइंट ट्रेनिंग के दिन आज भी याद है। मेरा एक दोस्त बना था वहां। यूएस आर्मी का सार्जेंट रॉब। बहुत मस्ती करते थे हम। वहां मैंने डेंजर स्टंट सीखें। वहां की आर्मी को काफी एक्सपेरीमेंट करने छूट होती है। लेकिन हमें सीनियर्स के ऑर्डर को ही फॉलो करना पड़ता है। इस मामले में यूएस आर्मी हमसे काफी आगे है।

12 साल हो गए जंप करते

नायक पवन कुमार है मेरा नाम। मैं थ्रिल को पिछले 12 सालों से एंज्वाय कर रहा हूं। 2001 में जब मैं पहली जंप की तो अंदाजा नहीं था कि ये आंकड़ा 638 तक पहुंच जाएगा। 2012 में वल्र्ड चैंपियनशिप में पार्टिसिपेट किया। मेरे दो भाई भी पैरा जंपिंग में ही है और इसे एंज्वॉय कर रहे हैं।