-सेंट्रल पर दलाल, रेलवे इम्प्लाइज और स्टेट जीएसटी के अधिकारी मिलकर 'लूट' रहे सरकार को

-एडिश्नल कमिश्नर केशव लाल के पकड़े जाने पर खुला 'खेल' फिर से खुलेआम 'खेला' जा रहा

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KANPUR: 26 साल की सरकारी नौकरी में 100 करोड़ से ज्यादा की काली कमाई करने वाले एडिशनल कमिश्नर केशव लाल का 'खेल' खुलने के बाद सेंट्रल पर कुछ दिन 'सन्नाटा' छाया रहा। लेकिन अब फिर से 'काला खेल' शुरू हो गया है। सेंट्रल पर पार्सल का 'खेल' फिर से खेला जा रहा है। कानपुर कॉलिंग पर एक रेलवे इम्प्लाइ ने इस गड़बड़ी की सूचना दी। जिसके बाद दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम ने प्लेटफॉर्म नंबर-9 के पास बने पार्सल घर पहुंचकर पड़ताल की तो मालूम चला कि स्टेट जीएसटी विभाग के अधिकारी, दलाल और रेलवे के कुछ इम्प्लाइज की मदद से करोड़ों की काली कमाई करके सरकार को 'झटका' दिया जा रहा है। कानपुर सेंट्रल पर हर महीने करीब 100 करोड़ का 'खेल' खेला जा रहा है। जानने के लिए पढि़ए ये रिपोर्ट

इनको किसी का डर नहीं

थर्सडे दोपहर के 2 बजे और फ्राइडे दोपहर 3 बजे। दो दिन से ज्यादा समय तक दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन के पार्सल घर के आसपास पड़ताल की। दोनों दिन सेंट्रल पर बने 'पार्सल घर' के पास ट्रेन में माल की लोडिंग और अनलोडिंग हो रही थी। दोनों ही दिन दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम जैसे ही वहां पहुंची सामान ढोने वाले लेबर इधर-उधर छिपने लगे। कुछ लेबर जोकि कंधे पर लदा हुआ सामान लेकर पार्सल घर से निकल रहे थे वो वहां से भागने लगे। कैमरे का फ्लैश चमका तो वहां घूम रहे दलाल और स्टेट जीएसटी डिपार्टमेंट के अधिकारी भी फुर्र हो गए। वहां मौजूद एक इम्प्लाइ ने नाम न पब्लिश करने की रिक्वेस्ट पर बताया कि केशव लाल के पकड़े जाने के बाद कुछ महीनों के लिए काली कमाई का 'खेल' बंद हो गया था लेकिन फिर सब बदस्तूर जारी है।

बड़ा गठजोड़ कर रहा काम

कानपुर सेंट्रल आने-जाने वाली करीब 300 से ज्यादा ट्रेनों में स्टेट जीएसटी और रेलवे के इम्प्लाइज के साथ मिलकर 'दलाल' करोड़ों की टैक्स चोरी हर महीने कर रहे हैं। केशवलाल के पकड़े जाने के बाद खुलासा हुआ था कि जितना माल आता था उसके आधे वजन पर भी टैक्स सरकारी खाते में जमा नहीं होता था। जिसके बदले में बाकी रकम का कुछ हिस्सा व्यापारी को वापस हो जाता था और बाकी केशवलाल और उसकी टीम के अलावा रेलवे के इम्प्लाइज को बांट दिया जाता था। इसमें सारा खेल 'दलालों' के माध्यम से 'खेला' जाता था।

बॉबी खान और 'पप्पू' की जोड़ी

नाम न पब्लिश करने की रिक्वेस्ट पर एक इम्प्लाई ने बताया कि पार्सल का 'खेल' बॉबी खान और 'पप्पू' नाम के दलाल बड़ा रैकेट चला रहे हैं। इसमें 'राजा', 'कच्छू', 'सनी' और एक दर्जन से ज्यादा छोटे-बड़े 'खिलाड़ी' शामिल हैं। इनकी सेटिंग स्टेट जीएसटी और रेलवे के अधिकारियों से है। जो लोग मिलकर पार्सल का 'खेल' रहे हैं।

हवन सामग्री की जगह गुटखा

टीम ने जब एक पार्सल के बोरे को खोलने की कोशिश की तो वहां सब हल्ला मचाने लगे। आपको बता दें कि एक इप्लाई ने बताया कि कागज में हवन सामग्री लिखकर पार्सल की फॉर्मेलटी पूरी की जाती है लेकिन अंदर गुटखा होता है। ये 'खेल' दलाल बड़े आराम से कर देते हैं और सब चुप रहते हैं क्योंकि सबका अपना-अपना कट होता है।

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आपकी पड़ताल से जो तथ्य सामने आए हैं। उन प्वाइंट्स पर जांच कराई जाएगी। पार्सल में अगर कोई खेल चल रहा है तो फिर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।

गौरव कृष्ण बंसल, सीपीआरओ, एनसीआर

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किस-किस सामान की ज्यादा सप्लाई

1. गुटखा

2. सुपाड़ी

3. होजरी प्रोडक्ट्स

4. इलायची

5. तम्बाकू

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300 से ज्यादा ट्रेनों का रोजाना आवागमन होता है कानपुर सेंट्रल से

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