GORAKHPUR: सुबह लगभग 10:30 बजे राहुल गांधी का बीआरडी इंसेफेलाइटिस वार्ड में आने का कार्यक्रम था। जैमर खराब होने की वजह से अपने तयशुदा कार्यक्रम में वह एक घंटा 25 मिनट लेट पहुंचे। उकार्यक्रम के मुताबिक इंसेफेलाइटिस के लिए बने 100 नंगर वार्ड को दुरुस्त दिखाने की नियत से भर्ती मासूमों की माताओं और उनके साथ मौजूद अन्य तीमारदार को बाहर निकाल दिया गया। बाहर से गेट भी लॉक कर दिया गया।

सब्र ने जवाब दिया तो फूट-फूट कर रो पड़ी मां

सलेमपुर की एक महिला बंद गेट से अंदर वार्ड को निहारने की कोशिश करते हुए अंदर जाने की गुहार कर रही थी। उसके हाथ में दूध से भरा एक छोटा सा बर्तन था। लेकिन सब राहुल के आने तक इंतजार करने को कह रहे थे। कुछ देर में उसका सब्र जवाब दे गया और वह फूट-फूट कर रोने लगी। यह हाल केवल इसी मां का नहीं था बल्कि अन्य सबका था। कोई दवा लेकर खड़ा रहा तो कोई-कोई खाने वाली चीज लेकर अपने बच्चों के लिए तड़प रहा था। अंदर भी हाल कुछ जुदा नहीं था। नाम न छापने की शर्त पर एक डॉक्टर ने कहा कि रिपोर्ट पेंडिंग है, अंदर से न कोई बाहर जा रहा न बाहर से कोई अंदर आ पा रहा। इसका खामियाजा मासूमों को भुगतना पड़ सकता है। एक वार्ड में रंजीत नामक एक बचचे की हालत काफी बिगड़ गई। उसकी मॉ रोने बिलखने लगी। मीडिया की मौजूदगी में थोड़ी तत्परता हुई तो उस बच्चे को आईसीयू में जल्दी से ले जाया गया।