- पारिवारिक लाभ का अमीर परिवारों ने उठाया था फायदा

- जांच में खुली पोल, रिकवरी की नोटिस जारी, मुकदमा भी होगा दर्ज

BAREILLY: पारिवारिक लाभ को गटकने के लिए अमीर से गरीब बनने चले दो परिवारों को ढोंग करना महंगा पड़ गया। लाभ में मिले रुपए अब उन्हें सूद समेत वापस करने होंगे। इतना ही नहीं, कानूनी कार्रवाई की मार अलग से झेलनी पड़ सकती है। मसला भुता ब्लॉक के एक ही गांव से जुड़ा हैं, जहां पति की मौत के बाद आश्रितों ने सुख सुविधा संपन्न होने के बावजूद गरीबों को मिलने वाली सरकारी मदद गटक ली थी।

ग्रामीणों की शिकायत पर खुलासा

ब्लॉक भुता के मगरासा गांव निवासी अर्चना पारासरी आंगनबाड़ी कार्यकत्री हैं। पति की मौत के बाद उन्होंने राजू पंडित से विवाह कर लिया। राजू से शादी के बाद उन्होंने पुराने प्रमाणपत्रों के आधार पर पारिवारिक लाभ के लिए आवेदन करीब चार माह पहले किया था। स्थानीय निवासियों की शिकायत पर जांच हुई तो पति की मौत के बाद शादी करने और गाड़ी, पक्का मकान समेत जमीन होने का खुलासा हुआ। इनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

पुराने प्रमाणपत्र लगा लिया लाभ

ब्लॉक भुता के ही मगरासा गांव में नत्थो के पति रामसरन की मौत करीब 5 माह पहले हुई थी। पहले वह बेटे से अलग रहती थी। पर पति की मौत के बाद वह बेटे के साथ रहने लगी। इसके बाद उन्होंने पारिवारिक लाभ लेने को पुराने प्रमाणपत्रों को साक्ष्य के रूम में प्रस्तुत किया। लाभ भी मिल गया। पर शिकायतों हुई तो जांच में इनके पास 12 बीघा जमीन, पक्का मकान, गाड़ी व अन्य सुविधाएं होने का खुलासा हुआ। इनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

डीएम ने जांच के निर्देश दिए थे। दोनों मामलों में फर्जीवाड़ा किए जाने की पुष्टि हुई है। संबंधित रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है। अपात्रों से रिकवरी और कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

राम रक्षपाल यादव, डीडीओ