-कैंट लहरतारा फ्लाईओवर के चल रहे निर्माण कार्य को अब मिलेगी रफ्तार

-17149.88 लाख के रिवाइज बजट पर गवर्नर ने लगाई मुहर

-42 करोड़ से अगले छह माह में पूरा कराया जाएगा काम

-फिर पब्लिक को आने जाने में नहीं होना पड़ेगा परेशान

कैंट लहरतारा फ्लाईओवर के कछुए की चाल से चल रहे निर्माण कार्य को अब रफ्तार मिलने वाली है. लंबे समय से इस फ्लाईओवर को बनाने के चल रहे कार्य से अगर आप तंग आ चुके हैं, तो आपकी यह परेशानी जल्द दूर होने वाली है. सब कुछ ठीक रहा तो अगले 6 माह के अंदर यह फ्लाईओवर बनकर तैयार हो जाएगा. इस प्रोजेक्ट के रिवाइज्ड बजट पर गवर्नर ने मुहर लगा दी है. राज्य सरकार की ओर से धनराशि रिलीज होते ही कार्य को धार दे दिया जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि कई बार प्रपोजल भेजने के बाद अब जाकर राज्यपाल ने मुहर लगाई है. उम्मीद है कि अगले एक सप्ताह में शासन की ओर से बजट भी रिलीज कर दिया जाएगा.

सीमेंट कंक्रीट का काम पूरा

पिछले पांच साल से कैंट-लहरतारा फ्लाईओवर को बनाने का कार्य चल रहा है. काम की सुस्त रफ्तार के चलते भले लोगों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन यहां सीमेंट व कंक्रीट का जो काम चल रहा था उसे पूरा कर लिया गया है. बीते शनिवार को सेतु निगम ने अंतिम डेक डालने का काम खत्म कर लिया. अब कैंट स्टेशन के आजमगढ़ छोर की तरफ की पाइलिंग एक दिन में पूरी की जाएगी. इसके पूरा होने के बाद स्टील बीम लगाने के काम में कोई रुकावट नहीं आएगी.

काम पूरा होते ही खुलेगा मार्ग

इस काम के पूरा होने के बाद अंधरापुल-कैंट मार्ग को भी पूरी तरह से खोल दिया जाएगा. स्मूद ट्रैफिक के लिए फिलहाल कैंट-लहरतारा मार्ग पर लगे प्रतिबंध को हटाकर एक साइड को खोल दिया गया है. जबकि दूसरे साइड लहरतारा से कैंट की ओर जाने वाले वाहन अभी मालगोदाम रोड की तरफ से ही जा रहे हैं. वहीं कैंट स्टेशन के सामने रोड के दोनों साइड को आम जनता के लिए खोल दिया गया है. लोगों को आने जाने में ज्यादा परेशानी न हो इसलिए वहां पड़े मलबे को भी हटाया जा रहा है.

अब नहीं बढ़ाएंगे मियाद

चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर विस्तारीकरण के तहत साल 2015 में 1800 मीटर लंबे इस फ्लाईओवर को बनाने के शुरू हुआ कार्य 30 महीने में पूरा होना था. लेकिन अभी तक सिर्फ 60 कार्य पूरा हो पाया है. मई 2018 में हुए हादसे के बाद इस काम को अक्टूबर 2019 में पूरा करने का लक्ष्य था. लेकिन बजट के अभाव में काम स्लो हो गया. अधिकारियों का कहना हैं कि निर्माणाधीन फ्लाईओवर का काम जल्द पूरा हो, इसलिए उसके दोनो साइड में स्टील गार्डर का इस्तेमाल किया जाएगा. बजट रिलीज होते ही स्टील बीम का ऑर्डर भेजा जाएगा. जिसके दो माह बाद स्टील बीम कास्ट किया जाएगा.

तीन बार बजट हुआ रिवाइज

चौकाघाट, कैंट-लहरतारा फ्लाईओवर प्रोजेक्ट का बजट तीन बार रिवाइज किया जा चुका है. निमार्ण कार्य शुरू होने के दौरान बजट 7741.43 लाख रुपए था. इसके बाद इसकी लागत 130 करोड़ पहुंच गई. पिछले साल हुए हादसे के बाद फ्लाईओवर निर्माण में स्टील गार्डर लगाने की बात सामने आने पर इसकी लागत 185 करोड़ पहुंच गई. जिसमें शानिवार को गवर्नर ने 171 करोड़ पर मुहर लगाई. हालांकि इसमें कार्यदाई संस्था सेतु निगम को 129 करोड़ रुपए मिल चुका है. अब शेष रकम एक सप्ताह के अंदर आने की संभावना है.

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एक नजर

2012

में शुरू हुआ था फ्लाईओवर को बनाने का काम

2015

से चल रहा है चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर विस्तारीकरण का काम

30

माह में पूरा होना था काम

2019

सितंबर तक पूरा काम पूरा करने का है लक्ष्य

60

प्रतिशत काम पूरा हो चुका है अभी तक

22

पिलर्स में इस्तेमाल होंगे स्टील के गार्डर

62

पिलर्स हैं फ्लाईओवर में

1800

मीटर लंबा है फ्लाईओवर

171.50

करोड़ का है बजट

129

करोड़ मिल चुका है

56

करोड़ होने हैं रिलीज

15

लोगों की कैंट फ्लाईओवर हादसे में हुई थी मौत

वर्जन--

अब काम में पहले से ज्यादा तेजी आएगी. रिवाइज्ड बजट को राज्यपाल से मंजूरी मिल गई है. शासन से धनराशि अवमुक्त होते ही स्टील बीम डालने का काम शुरू किया जाएगा. सब ठीक रहा तो अगले छह माह में ्रफ्लाईओवर तैयार हो जाएगा.

अरुण कुमार सिंह, परियोजना प्रबंधक, सेतु निर्माण निगम