-कॉलोनी के पार्क को सोसायटी के लोग कर रहे मेंटेन, नगर निगम के लिए बने मिसाल
BAREILLY :
शहर में नगर निगम के पार्क खुशहाल कम और बदहाल अधिक हैं। रीजन सिर्फ एक ही है कि एक बार पार्क बनाने के बाद नगर निगम नन्हें-मुन्ने बच्चों की खुशियों के लिए पार्को को संवारना ही भूल गया। इसी के चलते पार्क बदहाल होते चले गए और कई पार्क तो इस कंडीशन में पहुंच गए कि लोग वहां जाना भी पंसद नहीं करते हैं। वहीं शहर की कुछ कॉलोनियों में ऐसे पार्क भी हैं जहां ग्रीनरी भरपूर है और बच्चों के खेलने के लिए भी तमाम इंतजाम हैं। इन पार्को को संवारने का जिम्मा यहां की सोसायटी उठा रही है।
खुशहाल पार्क: बाल वाटिका डी ब्लाक इन्द्रा नगर आवास विकास
-पार्क में प्रॉपर ग्रीनरी और ग्राउंड में ग्रास भी भरपूर
-कॉलोनी सोसाइटी ने पार्क सुधारने के लिए एक माली को किया है तैनात
-शहर का शायद यह अकेला पार्क है जहां चंदन के भी पेड़ हैं
- हर क्यारी में अलग रंग के खिले पुष्प
-सोसायटी पार्क को समय से ओपन करती है, खुराफाती एंट्री न करें इसके लिए समय से बंद करते हैं
-कॉॅलोनी के सभी लोग पार्क को दुरूस्त करने के लिए योगदान देते हैं
-रात में पार्क में प्रॉपर लाइट की व्यवस्था
-बच्चों के खेलने के लिए झूले और वॉकिंग के लिए ट्रैक भी ठीक है
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पार्क नगर निगम का जरूर है लेकिन पार्क की ग्रीनरी आदि का जिम्मा हम सोसायटी वाले ही संभाल रहे हैं। पार्क में ग्रीनरी और पुष्प वाटिका ठीक रहे इसके लिए सोसायटी ने अगल से माली रखा है।
बीएस खंडेलवाल
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बदहाल पार्क: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, चिंरजीव लाल गुप्त पार्क राजेन्द्र नगर
-स्वतंत्रा संग्राम सेनानी की प्रतिमा लगाने के बाद पार्क मेंटेन रखना भूला नगर निगम
-पार्क में लगी प्रतिमा तक खुराफातियों ने गंदी कर दी
-पार्क में एक वर्ष से गलकर टूटा हुआ पड़ा हाई मास्ट लाइट का पोल
-पार्क में बिखरी गंदगी, चारों तरफ बड़ी घास में बच्चे भी आने से डरते हैं
-रात को पार्क में प्रॉपर लाइट की व्यवस्था नहीं है इससे लोगों को डर लगता है
-नगर निगम की तरफ से पार्क में कोई माली नहीं रखा गया है इससे हरियाली विलुप्त हो गई
-हरियाली वाले पौधे, झूला आदि की भी कोई व्यवस्था नहीं है
-वॉकिंग के लिए नगर निगम की बनाई गई ट्रैक भी टूटी हुई है, इससे लोगों को प्रॉब्लम होती है
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कॉलोनी के पार्क को एक वर्ष पहले तक सोसायटी मेंटेन करती थी लेकिन जब से सोसायटी ने पार्क को छोड़ा आज तक दोबारा नगर निगम कर्मचारी देखने नहीं आए। पार्क बदहाल हो चुका है,
अमित, कॉलाेनी निवासी
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-पार्क में बिजली का एक पोल एक वर्ष पहले टूट कर गिरा था। नगर निगम से श्किायत की गई लेकिन कोई देखने नहीं आया। इसी के चलते वहां पर बच्चों को भी नहीं भेजती हूं, क्योंकि झूला भी नहीं है।
अनुपमा जैन