- गली-मुहल्लों को जोड़ने वाली सड़कों पर अवैध पार्किग से बढ़ी मुसीबत

- सिटी की मुख्य सड़कों पर केवल 300 कार और 1500 बाइक्स खड़ी करने की जगह

- रोजाना 10 हजार से भी ज्यादा वाहन पार्क किये जाते हैं व्यस्त इलाकों में

RANCHI (24 July) : गाडि़यों की बाढ़ के बीच सिटी की सबसे बड़ी समस्या 'पार्किग' ही हो गई है। लोग मनमाने तरीके से शहर के मुख्य रास्तों के साथ ही कनेक्टिंग सड़कों पर भी पार्किग करने लगे हैं। संकरी गलियों में सड़क पर ही बड़ी-बड़ी गाडि़यां खड़ी कर लोग घंटो गायब रहते हैं। इससे जाम का नजारा आम होने लगा है। इस पर कई बार आम लोगों के साथ मनमाने ढंग से गाड़ी पार्क करने वालों की बकझक भी होती है, लेकिन थोड़ी ही देर में मामला शांत हो जाता है और सबकुछ पहले जैसा ही चलने लगता है। यह समस्या सिटी में अधिकृत पार्किग की जगह की कमी के कारण उत्पन्न हुई है।

गाडि़यां बढ़ीं, पर पार्किग की जगह नहीं

राजधानी बनने के बाद सबसे ज्यादा परेशानी पार्किग को लेकर होने लगी है। नगर निगम द्वारा नया पार्किंग बनाया नहीं जा रहा है और हर साल हजारों की संख्या में गाडि़यां बढ़ रही हैं। ऐसे में लोग पूरे शहर में कहीं भी अपनी मनमर्जी से गाड़ी खड़ी कर देते हैं। नगर निगम करोड़ों रुपए लोगों को सुविधाएं देने के नाम पर वसूल रहा है, लेकिन जो जरूरी सुविधा है वही उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। निगम के अधिकृत पार्किग बहुत कम हैं।

नहीं बनी है नयी पार्किंग

राजधानी के गली-मोहल्ले में सड़कों और नालियों का काम तो किया गया, लेकिन आज तक एक भी नया पार्किंग स्थल का निर्माण नहीं कराया गया। ऐसे में बाजार में वाहन लेकर निकलने वाले लोगों के पास सड़कों के किनारे वाहन खड़ी करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। नतीजतन, सड़कों पर जाम लग जाता है। पार्किंग की जगह की कमी के कारण शहर के कई प्रमुख सड़कों पर हजारों लोग हर दिन जाम का सामना करते हैं। इनमें से सबसे प्रमुख मार्ग मेन रोड, कचहरी रोड, सर्कुलर रोड, हरमू रोड, अपर बाजार की सभी गलियां शामिल हैं।

बहुमंजिली पार्किग की सिर्फ योजना बनी

शहर में पार्किंग स्थलों की कमी को देखते हुए नगर निगम ने शहर में कई जगहों पर बहुमंजिली पार्किंग बनाने की योजना बनायी है। ये पार्किंग स्थल सुजाता चौक के समीप, हिनू में होटल इमरॉल्ड के समीप और मेन रोड में सैनिक मार्केट के बगल की खाली पड़ी जमीन पर बनने थे। अगर ये पार्किंग बन जाते, तो एक हजार से अधिक वाहनों को पार्किंग की अतिरिक्त जगह मिल जाती, लेकिन निगम की यह योजना फाइलों से बाहर ही नहीं निकली।

राजधानी में 8 पार्किंग है

रांची नगर निगम का पूरे शहर में आठ पार्किंग स्थल हैं। इसमें कुल वाहन खड़े होने की क्षमता दो हजार के आसपास है।

पार्किंग स्थल का नाम वाहन पार्क करने की क्षमता

अलबर्ट एक्का चौक पार्किंग 200 दोपहिया व 20 चार पहिया

हनुमान मंदिर टैक्सी स्टैंड 100 दोपहिया व 10 चार पहिया

उर्दू लाइब्रेरी 20 दोपहिया व छह चार पहिया

सैनिक मार्केट 400 दोपहिया व 50 चार पहिया (सैनिक मार्केट में संचालित पार्किंग स्थल सैनिक कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित है, यह नगर निगम का पार्किंग नहीं है)

यूनिवर्सिटी गेट 40 दोपहिया व 10 चार पहिया

पेंटलून डंगराटोली 80 दोपहिया व 20 चार पहिया

रिलायंस मार्ट कांके रोड 80 दोपहिया व 20 चार पहिया

सिद्धो-कान्हू पार्क कांके रोड 80 दोपहिया व 40 कार

पहाड़ी मंदिर 60 दोपहिया व 20 कार

हरिओम टावर के समीप 20 दोपहिया व छह चार पहिया

डेली मार्केट थाना के समीप 60 दोपहिया व 20 कार

चर्च कॉम्पेक्स के समीप 200 दो पहिया व 60 कार

रोस्पा टावर के समीप 60 दोपहिया व 20 कार

वर्जन

रांची में मल्टी लेवल पार्किंग बनाने के लिये कंसलटेंट बहाल किया जा रहा है। जल्द हीं मल्टी लेवल पार्किंग बनने के बाद पार्किग की परेशानी दूर हो जाएगी।

संदीप कुमार, मार्केट सेक्शन इंचार्ज, रांची नगर निगम